पोकर ताश के पत्तों का एक खेल है जिसे कई ढंग से खेला जा सकता है। इसमें विजेता उसके पास मौजूद पत्तों के मेल व क्रम से चुना जाता है जिनमें कुछ पत्ते खेल खत्म होने तक छिपे रहते हैं।
सामान्य तौर पर खेलते वक्त पत्ते बाँटने का अधिकार सभी खिलाड़ियों को बारी-बारी दिया जाता है और एक टोकन से चिह्नित किया जाता है जिसे डीलर बटन या बक कहते है।
खेलने का तरीका:
गेम के नियमानुसार, कार्ड्स बांटने से पहले एक अथवा अधिक खिलाडिओं को एक सुनिश्चित रक्कम पॉट में डालनी पड़ती है। इसे फोर्स्ड बॅट्स कहते हैं, और इसके दो प्रकार होते हैं - ऍन्टेस और ब्लाईन्ड्स।
कार्ड्स के डॉक को सही से शफल करने के बाद सभी खिलाड़ियों में बराबर से बांटा जाता है। कॅसिनो में एक "हाउस" डीलर हर हँड के कार्ड्स को डील करता है। पहली डील के बाद, एक शायद लम्बी बेटिंग की श्रृंखला शुरू होती है। राउंड्स के बीच में, खिलाडिओं के हँड्स तयार होते हैं, चाहे फिर उन्हे अधिक पत्ते मिलते हैं, या फिर पहले डील किए कार्ड्स बदलाए जाते हैं।
बेटिंग के किसी भी राउंड में हमेशा एक चालू बेट की रक्कम रहती है, जो कि इस राउंड में अबतक के आखिरी खिलाडी द्वारा दांव पर लगाई गई रक्कम की कुल संख्या होती है। इस पर नजर रखने के लिए, यह आम बात है कि खिलाडी अपने दांव सीधे पॉट में नहीं डालते बल्कि वह अपने दांव पर लगाने वाली रक्कम अपने सामने रखे रहते हैं, जब तक कि राउंड पूरा न हो जाए। जब राउंड खत्म हो गया, तब सभी दांव पॉट में समेटे जाते हैं।
बेटिंग राउंड के समय अगर कोई खिलाडी एक बेट करता है और बाकी सारे खिलाडी फोल्ड करते हैं, तो डील वहीं पर खत्म हो जाती हैं, उस अकेले बचे हुए खिलाडी को पॉट दिया जाता है, कोई कार्ड्स दिखाए नहीं जाते, कोई नया राउन्ड नहीं चलाया जाता, और एक नया डील शुरू किया जाता है।
अन्तिम बेटिंग राउंड के बाद, यदि एक से ज़्यादा प्लेअर रह जाते हैं, तब एक शो-डाउन की अवस्था तयार हो जाती है, जिसमें सभी शामिल खिलाडी अपने पहले छिपे हुए कार्ड्स उजागर करते हैं और अपने हँड्स का आकलन करते हैं। जिस खिलाडी का हँड सबसे उत्तम होता है, वह पॉट जीत ले जाता है।