दो फाइटर्स के बीच की हर लड़ाई एक-दूसरे को हराने के मकसद से लड़ी जाती है और हर लड़ाई में एक फाइटर को सामने वाले की तुलना में इनके फैंस या जानकारों द्वारा कमजोर आंका जाता है। आम तौर पर दो लड़ाको के बीच की ताकत का अंतर इतना कम होता है कि मुकाबला बराबरी का कहा जा सके या इसे इग्नोर किया जा सके। फिर भी कुछ मौकों पर ये अंतर इतना साफ नजर आ जाता है कि न ये फैन्स की नजरों से बच पाता है और न बुकमार्करों से , और एसे मौकों पर फैंस को इंतजार होता है कि कितनी जल्दी उनका फेवरेट फाइटर ये लड़ाई जीत कर वापस आए। लेकिन हर बार एसा नहीं होता और UFC को फॉलो करने वालों को कई बार ऐसी फाइट्स में तगड़ा उलटफेर देखने को मिलता है और एक अंडरडॉग प्लेयर की आसान जीत देखने को मिल जाती है। यहां हम UFC की ऐसे ही 5 उलटफेर से भरी लड़ाइयों का जिक्र करेंगे। # क्रिस वीडमैन Vs एंडरसन सिल्वा 1 (UFC 162) 2013 में जब एंडरसन सिल्वा क्रिस वीडमैन के खिलाफ उतरे तो वो हॉल ऑफ फेम के निश्चित तौर पर दावेदार थे क्योंकि इस ब्राजीलियन खिलाड़ी का उसके पुराने रिकॉरड्स के चलते फाइट की इस दुनिया में चौतरफा दबदबा था। जिसकी मुख्य वजह UFC के इतिहास में उनके नाम 10 लगातार टाइटल अपने नाम रखना और 16 लगातार एकतरफा जीतें थी और ऊपर से उनके सामने क्रिस थे जो लंबे समय बाद वापसी कर रहे थे । इस मुकाबले में भी उम्मीद यही थी कि सिल्वा अपनी निरंतरता को जारी रखेंगे और वीडमैन को आसानी से हराकर बैल्ट अपने नाम करके ही लौटेंगे। कुल मिलाकर इस मुकाबले के लिए सिल्वा को फेवरेट और वीडमैन को अंडरडॉग माना जा रहा था। स्पाइडर ने अपने ही अंदाज में फाइट का अगाज किया उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि वो सामने अपने प्रतिद्वदी को बहुत हल्के में ले रहे हैं और वो उसे आसानी से धूल चटा देंगे। शुरुआत उम्मीदों के अनुसार ही हुई सिल्वा, वीडमैन पर भारी पड़ रहे थे। ब्राजीलियन फैंस द्वारा इस मुकाबले में अमेरिकन वेंडम को बार बार चिडाया जा रहा था क्यूंकि उनका फेवरेट स्पाइडर आज भी पूरी तरह रंग में था। दूसरा राउंड जब शुरु हुआ एसा लग रहा था मानों सब कुछ पहले से लिखा हुआ हो ब्राजीलियन फैंस लगातार अमेरिकन खिलाड़ी को उनकी पिटाई के लिए ताने मार रहे थें और उन्हें देखकर चकित होने का नाटक कर रहे थे। मैच का परिणाम जैसे सभी को मालूम था और सब सिल्वा (स्पाईडर) को जीता हुआ मान रहे थे। सिल्वा वीडमैन को लगातार बुरी तरह से पीट रहे थे तभी कुछ एसा हुआ जिसने सबको चौंका दिया। जब वीडमैन ने सिल्वा के तरीके को भांप कुछ अच्छे हाथ दिखाते हुए सिल्वा को पीछे पटक दिया । इसके बाद वेंडम ने सिल्वा को वापसी कोई मौका नहीं दिया और दर्शकों को चौंकाते हुए एक बड़ा उलटफेर किया । # रेनन बराओ Vs डिलाशॉ (UFC 173) 2014 की इस फाइट में टीजे को लड़ाई शुरु होने से पहले ही अंडरडॉग माना जा रहा था, यहां तक कि वो इस लड़ाई के लिए उतरने वाले ही नहीं थे। हालांकि, Takeya Mizugaki के फाइट से बाहर हो जाने के कारण टीजे डिलाशॉ को अप कार्ड में लाया गया और उन्हें ये फाइट ब्राजीलियन चैंपियन रेनन (जो पहले से ही तीन बार खिताब के विनर थे और उस समय प्राउड-फॉर-पॉउंड की लिस्ट में टॉप 5 में आते थे) के खिलाफ लड़नी पड़ी । डिलाशॉ शुरुआत में सिर्फ अपने बेहतरीन फुटवर्क का प्रयोग करते हुए अपने साथी फाइटर के तरीके पर ध्यान दे रहे थे। डिलाशॉ के कोच डुआन लुडविग की सीधी और एक मात्र स्ट्रैटजी थी कि वे ब्राजीलियन खिलाड़ी के कार्डियो पर हमला करके उन्हें परखे जो कि वेट लोस की वजह से उनका कॉर्डियो कमजार हो गया था। लगातार अपने रुख में बदलाव करते हुए बेहतरीन मुक्केबाजी सेट-अप करके उस बाउट में रेनन ने डिलशॉ को पछाड़ दिया। अमेरिकन खिलाड़ी अपने आपको लगभग हारा हुआ मान चुके थे। दूसरे राउंड में भी वो चारों कोने चित होते नजर आए, इसी राउंड में डिलाशॉ ने रेनन को चोक करने की नाकाम कोशिश की । लेकिन तीसरे और चौथा राउंड में खेल का रुख ही बदल गया और टीजे अलग से नजर आ रहे थे उन्होंने रेनन की कार्डियो की परेशानी अच्छे से भांप ली थी और फायदा भी उठा रहे थे। तीसरे राउंड में तो टीजे ने लगभग एक हेड किक मार कर खेल खत्म ही कर दिया था, पर तब तक उस राउंड का समय समाप्त गया था, हांलाकि पांचवे राउंड में टीजे परफेक्ट हेडकिक लगाया और इस अमेरिकन खिलाड़ी ने कुछ अनिश्चित मूव्स करके रेनन को बुरी तरह चकमा दे दिया । अब डिलाशॉ की मुठ्ठियां नीचे झुकी हुई थी और पूरी दुनिया इस चैम्पियन को हारता देख सदमें थी। अगर इन दो खिलाड़ियों के बीच बाउट नहीं होती तो शायद किसी को ये उलटफेर देखने को मिलता ही नहीं। # रौंडा राउज़ी Vs होली होम्स (UFC 193) 2011 में जबसे रौंडा ने अपना डेब्यू किया है उन्हें कोई नहीं रोक सका था। रौंडा का हर बेहतरीन पर्फॉरमेंस उन्हें और अजेय बनाता जा रहा था।रौंडा ने UFC 193 में भी हॉली को रोंद डालने के उद्देश्य से केज में प्रेवेश किया था। फाइट शुरु हुई तो दोनों ने सधी हुए शुरुआत की। हॉली जिसे इस फाइट के अंडरडॉग माना जा रहा था वो सावधानी और शांति से रौंडा को समझने की कोशिश कर रही थी जब्कि रौंडा बहुत आक्रामक नजर आ रही थीं । जैसे ही लड़ाई शुरू हुई, किसी तरह होली खुद को रौंडा की रीच से दूर रखना चाहती थी। इसके लिए वो अपने कदमों का सही प्रयोग कर थी जिससे कि रोंडा को एडवांटेज न मिल सके। राउज़ी, होली की तरफ बड़ी गौर से देख रही थी क्योंकि होली ने रौंडा को उनको चेज़ करने पर मजबूर कर दिया था और इसी कोशिश में राउज़ी को अपनी ठोडी पर एक खतरनाक वार सहना पड़ा। अब अगले राउंड में होली का दबदबा बढ़ गया था और शानदार लेग किक लगा के उनहोंने राउज़ी को जमीन पर ला दिया। पूरी बाउट के दौरान राउजी वापसी नहां कर पाईं और इतनी बड़ी कॉम्पटीटर होने के बाबजूद होली ये मैच आसानी से जीत गईं और MMA की दुनिया के तमाम लोगों का मुंह खुला का खुला रह गया । # ल्यूक रॉकहोल्ड Vs माइकल बिस्पिंग (UFC 199) UFC 199 का ये मुकाबला पहले मिडिलवेट चैम्पियन रोकहोल्ड और क्रिस वीडमैन के बीच लड़ा जाना था, लेकिन वीडमैन चोट के चलते इस मुकाबले से बाहर हो गए और उनकी जगह मेशेल बिसपिंग को 10 दिनों के नोटिस के बाद ये लड़ाई लड़नी पड़ी। रोकहोल्ड अपनी फाइट्स जीतते आ रहे थे और और उन्हें इस मुकाबले के लिए फेवरेट माना जा रहा था। बिस्पिंग ने इस लड़ाइ के लिए अपनी शैली में कई बदलाव किए लेकिन इस अहम मुकाबले में कुछ भी उनके काम नहीं आ रहा था । इसके बाबजूद भी मैच का पहला शोट बिसपिंग ने मारा, रोकहोल्ड की जीत पर प्रश्न चिन्ह लग गया था। अब वो गुस्से से भरे हुए और खतरनाक नजर आ रहे थे उन्होंने अलग तरह के किक मार कर भी दिखाए। ये इंग्लिशमैन फाइट शुरु होने से पहले ही हमेशा से ज्यादा कॉन्फिडेंस में दिख रहा था, हांलाकि इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया । रॉकहोल्ड दबाव बनाने की फिराक में थे। वो बहुत कॉन्फिडेंस में, लेकिन हेंड्स डॉउन की स्ट्रेटजी के साथ आसानी से मैच खेल रहे थे। जबकि बिस्पिंग दबाव में नजर आ रहे थे। बिसपिंग लगातार धीमे पुश करते रहे जब तक कि उन्हें एक शुरुआत नहीं मिली और ये शुरुआत तब मिली जब रोकहोल्ड लगातार फाइट के दौरान हेन्ड्स डॉउन करते नजर आ रहे थे। तभी बिसपिंग ने एक हुक लगाते हुए चैम्पियन को बुरी तरह चौका दिया और वो दूर जाकर गिर गये। चैलेंजर लहुलुहान होकर ग्राउंड गिर पड़े और बिसपिंग ने लगातार मुक्कों और हुक का इस्तमाल करते हुए बाउट जीतने तक एक के बाद एक वार करते रहे । जो फाइटर मैच शुरु होने से पहले फेवरेट था एक अंडरडोग की सूझबूझ के चलते उतटफेर का शिकार हुआ। #जॉर्ज सैंट पिएरे Vs मैट सैरा (UFC 69) UFC के इतिहास में ये मैच भी बड़े उलटफेर का शिकार बना। यहां पर UFC की वेल्टरवेट टाइटल के इस मुकाबले की कल्पना लोग पहले से ही कर रहे थे। चैलेंजर मैट सेरा वो खिलाड़ी थे जिनके सामने यकीनन जॉर्ज 'रश' सैंट पियरे के पास कोई मौका था ये कहा जा सकता है। एक समय था जब ओलंपिक में जीएसपी ने मैट ह्यूजेस हराया और अब वो इस फाइट के लिए इकलौते और स्पष्ट तौर पर सशक्त दावेदार थे। लेकिन जब बाउट शुरु हुई तो नजारा उल्टा ही निकला पूरे कॉन्फिडेंस और उत्साह से जीएसपी पूरी तैयारी से आए थे और मैट बस अपने लिए इसे एक मौका बना लेना चाहते थे। जीएसपी ने कुछ हाथ दिखाने की कोशिश जरूर की लेकिन लेकिन उनके दाव उलटे पड़ रहे थे और पूरी बाउट में इस बात का सेरा ने भरपूर फायदा उठाया ।जीएसपी ने बॉक्सिंग के जौहर भी दिखाए लेकिन सेरा मानों तैयार थे और बाखूबी सुपरसोनिक तरीके से जबाव दे रहे थे और बीच बीच में अपने बचाव का मौका भी तलासते रहे। जब बाउट के दौरान जीएसपी गिरे तो सेरा ने हावी होने का मौका नहीं छोड़ा और अंत तक इस चैम्पियन को दबाव में बनाए रखा और फाइट को अपने नाम किया ।