2014 की इस फाइट में टीजे को लड़ाई शुरु होने से पहले ही अंडरडॉग माना जा रहा था, यहां तक कि वो इस लड़ाई के लिए उतरने वाले ही नहीं थे। हालांकि, Takeya Mizugaki के फाइट से बाहर हो जाने के कारण टीजे डिलाशॉ को अप कार्ड में लाया गया और उन्हें ये फाइट ब्राजीलियन चैंपियन रेनन (जो पहले से ही तीन बार खिताब के विनर थे और उस समय प्राउड-फॉर-पॉउंड की लिस्ट में टॉप 5 में आते थे) के खिलाफ लड़नी पड़ी । डिलाशॉ शुरुआत में सिर्फ अपने बेहतरीन फुटवर्क का प्रयोग करते हुए अपने साथी फाइटर के तरीके पर ध्यान दे रहे थे। डिलाशॉ के कोच डुआन लुडविग की सीधी और एक मात्र स्ट्रैटजी थी कि वे ब्राजीलियन खिलाड़ी के कार्डियो पर हमला करके उन्हें परखे जो कि वेट लोस की वजह से उनका कॉर्डियो कमजार हो गया था। लगातार अपने रुख में बदलाव करते हुए बेहतरीन मुक्केबाजी सेट-अप करके उस बाउट में रेनन ने डिलशॉ को पछाड़ दिया। अमेरिकन खिलाड़ी अपने आपको लगभग हारा हुआ मान चुके थे। दूसरे राउंड में भी वो चारों कोने चित होते नजर आए, इसी राउंड में डिलाशॉ ने रेनन को चोक करने की नाकाम कोशिश की । लेकिन तीसरे और चौथा राउंड में खेल का रुख ही बदल गया और टीजे अलग से नजर आ रहे थे उन्होंने रेनन की कार्डियो की परेशानी अच्छे से भांप ली थी और फायदा भी उठा रहे थे। तीसरे राउंड में तो टीजे ने लगभग एक हेड किक मार कर खेल खत्म ही कर दिया था, पर तब तक उस राउंड का समय समाप्त गया था, हांलाकि पांचवे राउंड में टीजे परफेक्ट हेडकिक लगाया और इस अमेरिकन खिलाड़ी ने कुछ अनिश्चित मूव्स करके रेनन को बुरी तरह चकमा दे दिया । अब डिलाशॉ की मुठ्ठियां नीचे झुकी हुई थी और पूरी दुनिया इस चैम्पियन को हारता देख सदमें थी। अगर इन दो खिलाड़ियों के बीच बाउट नहीं होती तो शायद किसी को ये उलटफेर देखने को मिलता ही नहीं।