चीन के हांगझाओ में आयोजित हो रहे 19वें एशियन गेम्स में भारत को सेलिंग के खेल से खुशी की खबर मिली है। भारतीय सेलरों ने शानदार प्रदर्शन कर खेलों के तीसरे दिन 1 सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की।
भारत की 17 वर्षीय सेलर नेहा ठाकुर ने महिलाओं की डिंगी स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल कर रजत पदक जीता। नेहा सेलिंग के इस इवेंट में एकल सिल्वर जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला हैं। वहीं पुरुषों की विंडसर्फर स्पर्धा में भारत के ईबाद अली तीसरे स्थान पर रहे।
वहीं टोक्यो ओलंपिक 2020 में खेल चुके विष्णु सर्वनन ने पुरुषों की डिंगी इवेंट में ब्रॉन्ज जीता।
सेलिंग इतिहास में सिर्फ एक गोल्ड
सेलिंग का खेल साल 1970 में एशियन गेम्स में पहली बार शामिल किया गया। इसके बाद साल 1974 के खेलों के अलावा इसे हर संस्करण में शामिल किया गया। हालांकि हर बार कुछ इवेंट घटते-बढ़ते रहे। हांगझाओ एशियाड से पहले भारत ने सभी संस्करणों को मिलाकर सेलिंग में 1 गोल्ड, 7 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज समेत कुल 20 पदक हासिल किए थे।
खास बात यह भी है कि सेलिंग के खेल में पड़ोसी देश पाकिस्तान पूर्व में एशियन गेम्स में 5 गोल्ड जीत चुका है। साल 1982 के एशियन गेम्स में भारत को सेलिंग का एकमात्र गोल्ड फारुख तारापुर ने दिलाया जो एशियाड में भारत के सफलतम सेलर रहे हैं।
पिछली बार की बराबरी
पिछले संस्करण की बात करें तो साल 2018 के एशियन गेम्स में महिलाओं की 49erFX स्पर्धा में वर्षा गौतम और श्वेता शेरवेगर सिल्वर जीतने में कामयाब रहीं थीं। वहीं लेजर 4.7 ईवेंट में भारत की हर्षिता तोमर ने कांस्य पदक जीता था जबकि 49er ईवेंट में वरुण ठक्कर और केसी गनपति की जोड़ी ने कांस्य पदक हासिल किया। इस तरह भारत ने सेलिंग में अपने पिछले प्रदर्शन की बराबरी कर ली है।