दिग्गज भारतीय निशानेबाज अपूर्वी चंदेला ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। जर्मनी के म्यूनिख में हुए आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने 251 प्वाइंट हासिल कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 250.8 अंकों के साथ चीन की वान्ग लुयाओ ने सिल्वर मेडल और 229.4 अंकों के साथ चीन की ही शू हॉन्ग ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
इस इवेंट में शिरकत कर रहीं एक और भारतीय खिलाड़ी इलावेनिल वलारियान 208.3 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं। अपूर्वी चंदेला टोक्यो ओलंपिक के लिए अपना स्थान पहले ही पक्का कर चुकी थीं। आपको बता दें कि अपूर्वी चंदेला 10 मीटर एयर राइफल रैंकिंग में पहले पायदान पर हैं। दूसरे स्थान पर भारत की ही अंजुम मोदगिल हैं।
इससे पहले फरवरी में दिल्ली में हुए अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में भी अपूर्वी चंदेला ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। उन्होंने उस वक्त रिकॉर्ड 252.9 का स्कोर किया था। चंदेला इससे पहले 2014 के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं और 2018 में गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक उन्होंने अपने नाम किया था। 2018 में हुए एशियन गेम्स में भी उन्होंने 10 मीटर मिक्स्ड राइफल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
भारत ने राइफल और पिस्टल वर्ग में पांच ओलंपिक कोटा हासिल कर लिए हैं जिसमें अपूर्वी, अंजुम, सौरभ चौधरी, अभिषेक वर्मा और दिव्यांश सिंह पंवार शामिल है। भारत म्यूनिख विश्व कप से अधिकतम 12 कोटा हासिल कर सकता है।
हर बार की तरह 2020 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए भी अपूर्वी चंदेला से करोड़ों भारतीयों को काफी उम्मीदें होंगी। वो इस वक्त दुनिया की नंबर एक निशानेबाज हैं और भारतीय फैंस उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद जरूर कर रहे होंगे। अपूर्वी चंदेला भी लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहेंगीं। अंजुम के अलावा अन्य सभी निशानेबाज भी ओलंपिक कोटा हासिल कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे।