भारत के निशानेबाजों का हांगझाओ एशियन गेम्स 2023 में शानदार प्रदर्शन जारी है। भारतीय पुरुष ट्रैप टीम ने अपनी स्पर्धा के फाइनल में गोल्ड मेडल हासिल करने में कामयाबी पाई। किनन डेरियस चेनाई, जोरावर सिंह और पृथ्वीराज की तिकड़ी ने पहली बार इस ईवेंट में देश को गोल्ड दिलाया है। वहीं महिला ट्रैप टीम में राजेश्वरी कुमारी, मनीषा कीर और प्रीति राजक ने सिल्वर हासिल किया।
किनन, जोरावर और पृथ्वीराज की टीम ने कुल 361 अंकों के साथ फाइनल में नया एशियन गेम्स रिकॉर्ड बनाते हुए पहला स्थान हासिल किया। कुवैत की टीम ने 359 अंकों के साथ दूसरा और चीन ने 354 अंक लेकर तीसरा स्थान पाया। पिछले एशियन गेम्स में चीन की टीम पहले और कुवैत की टीम दूसरे नंबर पर रही थी। ऐसे में भारत ने पिछली बार के दोनों मेडलिस्ट को पछाड़ने में कामयाबी हासिल की।
पुरुष ट्रैप टीम स्पर्धा में यह भारत का छठा एशियन गेम्स मेडल है। साल 1982, 1998, 2002 और 2006 में भारतीय ट्रैप टीम ने सिल्वर जीता था जबकि 2010 के ग्वांगझाओ एशियाड में भारत को ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा था।
महिला ट्रैप टीम के फाइनल में चीन की टीम ने बड़े अंतर से गोल्ड मेडल हासिल किया। चीन ने 357 अंक लेकर विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए पहला स्थान पाया। दूसरे स्थान पर रही भारतीय महिला टीम के 337 अंक थे जबकि कजाकिस्तान ने 336 अंक लेकर ब्रॉन्ज पर निशाना साधा। राजेश्वरी कुमारी, मनीषा कीर और प्रीति राजक ने पहली बार भारत को इस ईवेंट में कोई पदक दिलाया है। साल 1990 में पहली बार एशियन गेम्स में महिला ट्रैप टीम स्पर्धा को शामिल किया गया था।
शूटिंग से मेडल की बारिश
निशानेबाजों ने 19वें हांगझाओ एशियाड में भारत के लिए पदकों की झड़ी लगा दी है। भारत के अभी तक कुल 41 पदक हैं और इनमें अकेले शूटिंग से भारत को 7 गोल्ड, 9 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज समेत कुल 21 मेडल प्राप्त हुए हैं।