भारत को 2004 में एथेंस ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक दिलाने वाले शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साहबज़ादे मानवदित्य सिंह राठौड़ ने आठवें इंटरनेशनल जूनियर शॉटगन कप में स्वर्ण पदक हासिल किया है। फ़िनलैंड में खेले गए इस टूर्नामेंट में मानवदित्य ने प्रतियोगिता के आखिरी दिन रोमांचक मुकाबले में ट्रैप स्पर्धा में गोल्ड जीता इसके अलावा उन्होंने लक्ष्य और किस्मत के साथ मिलकर टीम स्पर्धा में भारत को कांस्य पदक भी दिलाया। कीर्ति ने दो स्वर्ण पदक जीते जिनमें मनीषा और प्रगट के टीम ट्रैप स्पर्धा का स्वर्ण पदक भी शामिल है। इस तरह से भारत ने यूरोप में दो अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में चार स्वर्ण, छह रजत और 10 कांस्य पदक जीते। ये पहली बार नहीं है जब मानव ने ट्रैप इवेंट में स्वर्ण पदक जीता हो, इससे पहले एशियन शॉटगन चैंपियनशीप में भी उन्होंने नवंबर 2014 में जूनियर मेन्स ट्रैप इवेंट में भी गोल्ड मेडल जीता था, तब उनका स्कोर रहा था 125 में 114। अपने पिता के नख़्शोक़दम पर चल रहे मानवदित्य पर भारत के भविष्य की उम्मीदें भी ज़िंदा हैं,उनकी प्रतिभा को इसी तरह अगर पिता का मार्ग दर्शन मिलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की ही तरह मानवदित्य सिंह राठौड़ भी भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाएं और भारत का नाम रोशन करें।