भारत के लिए 10 मीटर एयर राइफ़ल में अभिनव बिंद्रा पदक के बेहद क़रीब पहुंचकर चूक गए और 163.8 अंको के साथ चौथे स्थान पर रहे। एक वक़्त बिंद्रा दूसरे नंबर पर पहुंच गए थे, और तब भारतीय देशवासियों को उम्मीद जग गई थी। लेकिन इसके बाद इटली के कैंपरियानो निकोलो (206.1) ने लाजवाब प्रदर्शन करते हुए बिंद्रा को पीछे छोड़ दिया और ख़ुद गोल्ड मेडल जीतते हुए ओलंपिक का रिकॉर्ड भी बना डाला। इसी के साथ भारत को बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाले अभिनव बिंद्रा का करियर समाप्त हो गया, जिसकी घोषणा उन्होंने रियो ओलंपिक्स के पहले ही कर दी थी। इससे पहले दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल पुरुष क्वालिफिकेशन राउंड में 7वें स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। वहीं एक अन्य दिग्गज भारतीय शूटर गगन नारंग फाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सके। वह 23वें स्थान पर रहे। बिंद्रा ने 6 सीरीज में कुल 625.7 का स्कोर लगाया। बता दें कि प्रत्येक सीरीज में शूटर को 10 शॉट लगाना होते हैं। अभिनव ने पहले सीरीज में 104.3 का स्कोर किया। इसके बाद दूसरी सीरीज में उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया और 104.4 का स्कोर लगाया। तीसरी सीरीज में अभिनव ने 105.9 का अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर लगाया। इसके बाद अगली दो सीरीज में उनके प्रदर्शन में गिरावट आई। उन्होंने चौथी और पांचवी सीरीज में क्रमशः 103.8 और 102.1 का स्कोर बनाया। आखिरी सीरीज में बिंद्रा ने फिर कमाल का प्रदर्शन करते हुए 105.2 का स्कोर किया और सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। बिंद्रा के बाहर होने के बाद भारत का रियो ओलंपिक्स में पहले पदक का इंतज़ार अब और भी लंबा हो गया है।