भारत के दिग्गज स्कीट शूटर मैराज अहमद खान 45 की उम्र में भी जब फिटनेस की बात आती है तो मिसाल बनकर सामने आते हैं। मैराज अहमद खान ने देश का गौरव बढ़ाया जब सितंबर 2015 में वह स्कीट शूटिंग में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले पहले भारतीय बने। 2016 रियो ओलंपिक्स के लिए उन्होंने कोटा हासिल किया था। इसके अलावा 2016 में अंतरराष्ट्रीय शूटिंग खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था। इसी के साथ मैराज खान विश्व कप में मेडल जीतने और उसी समय ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज बने।
मैराज खान अब टोक्यो ओलंपिक्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व करने को तैयार हैं। उन्होंने दोहा में एशियाई चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन के दम पर ओलंपिक कोटा हासिल किया। इस बार पुरुषों की स्कीट में 1-2 से समाप्ति के बाद मैराज खान ने हमवतन अंगद बाजवा के साथ क्वालीफाई किया। बाजवा ने गोल्ड जबकि मैराज खान ने सिल्वर मेडल जीता। मैराज खान अब टोक्यो ओलंपिक्स की तैयारी के लिए डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में ट्रेनिंग कर रहे हैं और उन्होंने अपनी फिटनेस व डाइट को लेकर जानकारी साझा की।
मैराज खान खुद को इस तरह रखते हैं फिट
मैराज खान ने ओलंपिक चैनल से बातचीत करते हुए कहा, 'मेरे दिन की शुरूआत स्ट्रेचिंग और फोम रोलिंग आदि के साथ होती है। इसके बाद फिर हल्दी लाटे का एक स्वस्थ संयोजन घर में व्यवस्थित रूप से बनाया जाता है। यह मुझे पूरे दिन मजबूत रखता है। इसके बाद मैं तैयार होता हूं, ब्रेकफास्ट करता हूं और ट्रेनिंग के लिए चले जाता हूं। जिम रोजाना शाम 5 बजे करता हूं।'
45 की उम्र में भी मैराज खान अपनी डाइट को लेकर काफी सख्त हैं और उनका मानना है कि किसी भी एथलीट के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर होने के लिए डाइट पर्याप्त रखना जरूरी है। मैराज खान स्वस्थ ब्रेकफास्ट के साथ अपने दिन की शुरूआत करते हैं और इसमें सही मात्रा में न्यूट्रीशन का उपयोग करते हैं।
मैराज खान ने कहा, 'एक एथलीट के लिए डाइट सबसे महत्वपूर्ण पहलु हो, चाहे वो स्कीट शूटर हो या कोई और। मेरे लिए, मैं स्वस्थ ब्रेकफास्ट के साथ शुरूआत करता हूं। प्रोटीन, कार्ब्स और फाइवर संयुक्त स्वस्थ लंच करता हूं। डिनर आमतौर पर सलाद, सूप, ग्रिल्ड फिश या चिकन हर दूसरे दिन के साथ हल्का करता हूं।'
मैराज खान को ओलंपिक्स में दमदार प्रदर्शन का भरोसा
मैराज खान को उम्मीद है कि वह रियो से बेहतर प्रदर्शन टोक्यो ओलंपिक्स में करेंगे। रियो में उन्होंने 125 में से 121 शॉट लगाए थे, लेकिन फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए थे। वह इसी स्कोर पर अन्य शूटर्स के साथ टाई कर रहे थे। खान बाद में शूट-ऑफ में हार गए थे। भारत में स्कीट शूटिंग ज्यादा लोकप्रिय नहीं है।
मैराज खान और बाजवा ही स्कीट शूटर्स हैं, जो भारत का टोक्यो में प्रतिनिधित्व करेंगे। मैराज खान देश में स्कीट शूटिंग के प्रति नजरिया बदलना चाहते हैं और अगली पीढ़ी को बढ़ाने के लिए खुद की शूटिंग फाउंडेशन खोलना चाहते हैं। मैराज खान का मानना है कि शूटिंग काफी महंगा खेल है और वह इसे बच्चों के लिए रेंज में लाना चाहते हैं।