जानवरों को मारने वाले खेल सिर्फ एक ही बार ओलंपिक्स में हुआ, वो भी पेरिस में 1900 में। उस इवेंट में 300 बर्ड्स को मारा गया था। उस इवेंट में जो भी सबसे ज्यादा बर्ड्स को मारेगा, उसे गोल्ड मेडल मिलेगा। बेलजियम के लियॉन डे लुंडेन और ऑस्ट्रेलिया के डोंल्ड मैकइण्टोशोफ ने दो इवेंट्स में क्रमश 21 और 22बर्ड्स मारकर मेडल जीता। उसके बाद ना सिर्फ पिजन शूटिंग को बैन कर दिया गया, बल्कि आईओसी ने टग ऑफ वॉर को भी ओलंपिक से हटा दिया। टग ऑफ वॉर ओलंपिक्स में 1900 से 1920 तक रहा। हालांकि यह फ़ैसला थोड़ा ज्यादा हो गया था। अगर टग ऑफ वॉर को ओलंपिक में दोबारा शामिल किया जाता हैं, तो निश्चित ही अब इस खेल के नियम में बदलाव होना चाहिए।
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