Who is Aman Sehrawat: पेरिस ओलंपिक के 14वें दिन भारत की झोली में छठा मेडल भारतीय युवा रेसलर अमन सेहरावत ने डाला। उन्होंने मेंस 57 किग्रो फ्रीस्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। अमन ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को हराया। पूरे मैच में उन्होंने दबदबा बनाकर रखा और 13-5 से बाजी मारी। कुश्ती से इस ओलंपिक में भारत का ये पहला मेडल है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर कौन हैं अमन सेहरावत, जो भारत के लिए ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सबसे युवा एथलीट बन गए हैं।
21 साल के रेसलर अमन सेहरावत हरियाणा के फ्रीस्टाइल रेसलर हैं। वो हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 16 जुलाई 2003 को हुआ था। अमन जाट परिवार से आते हैं। जब वह 11 साल के थे तब उनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया था। इसके बाद अमन को उनके दादा ने संभाला।
बता दें, 2012 के समर ओलंपिक में सुशील कुमार की रजत पदक जीत से प्रेरित होकर, अमन ने 10 साल की उम्र में उत्तरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में दाखिला लिया था। लेकिन मां-बाप की मौत से वह पूरी तरह से टूट गए थे। हालांकि उन्होंने खुद को संभाला और आगे बढ़ गए। इसके बाद अमन ने कुश्ती में अपना मन लगा लिया।
ओलंपिक मेडल जीतने वाले सबसे युवा भारतीय
पेरिस ओलंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर पहलवान अमन सेहरावत ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वह अब ओलंपिक मेडल जीतने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सिंधु ने जब 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था तब उनकी उम्र 21 साल 1 महीने और 14 दिन थी। जबकि अमन ने जुलाई महीने में ही अपना 21वां जन्मदिन मनाया।
मेडल जीतने के बाद हो गए भावुक
पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अमन सेहरावत भावुक दिखे। अमन ने इस मेडल को अपने दिवंगत माता-पिता को डेडिकेट किया। अमन सहरावत ने कहा, 'मैं इस मेडल को अपने माता-पिता और देशवासियों को समर्पित करना चाहता हूं। मेरी नजर मेडल पर थी। मैं इस मैच में यह सोचकर उतरा था कि शुरू से विपक्षी पर दबाव बनाना है और उस पर मैं कामयाब हुआ।'
बता दें कि अमन ओलंपिक मेडल से पहले अंडर-23 एशियन चैंपियनशिप और अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल, 2023 में एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल भी जीत चुके हैं।