india beat chaina to defend womens hockey junior asia cup title: भारतीय हॉकी टीम ने रविवार की रात महिला जूनियर एशिया कप के फाइनल में चीन को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने की उपलब्धि हासिल कर ली है। फुल टाइम तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं जिसके बाद फाइनल मैच शूटआउट तक गया। यहां डिफेंडिंग चैंपियन भारत ने जीत दर्ज कर ली। भारतीय टीम के इस दमदार प्रदर्शन के बाद हॉकी इंडिया (HI) ने टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। HI ने प्रत्येक खिलाड़ी को दो लाख रुपये और सहयोगी स्टाफ को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार देगा।
दूसरे क्वार्टर में चीन ने हासिल की थी बढ़त
पहले क्वार्टर में दोनों टीमें बराबर पर थीं और कोई भी गोल नहीं कर सका था। भारत को इस दौरान दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन चीनी टीम ने उनका अच्छी तरह से बचाव किया। भारत ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत शानदार तरीके से की, लेकिन शूटिंग सर्कल में कोई अच्छा गोल करने का मौका नहीं बना सका। दूसरे क्वार्टर के अंत में चीन ने बढ़त हासिल की और भारतीय बैकलाइन पर दबाव बनाया। चीन ने अपना गोल पेनल्टी स्ट्रोक पर किया था।
तीसरे क्वार्टर में दीपिका ने शानदार ड्रिबल करते हुए अपनी टीम के लिए पेनल्टी कॉर्नर जीता। हालांकि, इस पर गोल नहीं हो पाया। कुछ देर के बाद 41वें मिनट में सुनीता टोप्पो और दीपिका ने कुछ बेहतरीन पास के साथ गेंद को आगे बढ़ाया और शूटिंग सर्कल के अंदर कनिका सिवाच को पाया, जिन्होंने एक खूबसूरत फील्ड गोल करके टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। चौथे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका।
पेनल्टी शूटआउट में भारतीय गोलकीपर निधि का रहा जलवा
भारत की गोलकीपर निधि ने पेनल्टी शूटआउट के दौरान तीन महत्वपूर्ण बचाव किए और अपनी टीम को खिताब जीतने में मदद की। पेनल्टी शूटआउट में साक्षी राणा, इशिका और सुनीता टोप्पो ने भारत के लिए गोल किए। गोलकीपर निधि ने लिहांग वांग, जिंगी ली और डंडन ज़ूओ के खिलाफ तीन शानदार बचाव किए और सुनिश्चित किया कि भारत अपना खिताब बचाने में सफल हो सके। भारत ने इसके साथ ही अगले साल होने वाले जूनियर विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है।