भारतीय खिलाड़ियों ने क्यू स्पोर्ट्स के खेल में असाधारण प्रदर्शन किया है और देश के नाम को खेल में विश्व स्तर पर ले गए। विल्सन जोन्स बिलियर्ड्स में देश के पहले चैंपियन (1958 और 1964) विश्वविजेता बने थे। तीन बार के विश्व चैंपियन माइकल फेरेरा (1977, 1981, 1983) अपनी पीढ़ी के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों में से एक थे। सेठी 1980 के दशक (1985, 1987) और 2001 में कई विश्व एमेच्योर बिलियर्ड्स चैंपियन रहे। साथ ही 1992, 1993, 1995, 1998, 2006 और 2009 में विश्व पेशेवर बिलियर्ड्स चैम्पियनशिप जीती। आखिरी कुछ समय में पंकज आडवाणी, गीता सेठी के उत्तराधिकारी बन गए हैं और बिलियर्ड्स और स्नूकर दोनों में एक से अधिक बार विश्व चैंपियन बनकर उच्च स्तर के खेल का प्रदर्शन किया है। आडवाणी ने आईबीएसएफ वर्ल्ड बिलियर्ड्स (2005, 2007, 2008, 2012) और आईबीएसएफ स्नूकर चैम्पियनशिप (2003) में कई बार जीत हासिल की है। साथ ही वर्ल्ड प्रोफेशनल बिलियर्ड्स चैम्पियनशिप में भी जीत हासिल की है (2009, 2012 और 2014)। इनके अलावा कुछ अन्य भारतीयों ओम अग्रवाल, रूपेश कोठारी, ध्रुव सीतावाला, अशोक शांडिल्य, मानन चंद्र, आलोक कुमार और आदित्य मेहता ने भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलतायें हासिल की हैं।