Paralympics Medal Winner Simran Sharma Love story: कहते हैं कि आदमी की सफलता के पीछे औरत का हाथ होता है लेकिन ऐसा नहीं है। अगर जीवनसाथी अच्छा हो, साथ देने वाला हो तो औरत, आदमी दोनों ही हर मुश्किल, दर्द को भूलकर अपने सपनों को पूरा कर ही लेता है। आम इंसान हो या खिलाड़ी सभी ने प्यार किया लेकिन सच्चा प्यार किस्मत से मिलता है। इसी कड़ी में आपको पैरालंपिक की एक ऐसी खिलाड़ी की कहानी बताएंगे जिन्होंने कांस्य पदक जीतकर देश का मान तो बढ़ाया ही, इसी के साथ अपने पति के उन सारे सपनों को पूरा किया जिसके लिए उनके पति ने त्याग किया।
हम बात कर रहे हैं पैरालंपिक 2024 में भारत के लिए कांस्य मेडल जीतने वाली सिमरन शर्मा और गजेंद्र सिंह की प्रेम कहानी की। बता दें कि सिमरन शर्मा ने महिलाओं की 200 मीटर टी-12 रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
सिमरन और गजेंद्र ने की थी लव मैरिज
RJ अनमोल और अमृता राव के इंटरव्यू का हिस्सा बनीं कांस्य पदक विजेता सिमरन ने शो के दौरान अपनी लाइफजर्नी के बारें में बताया। सिमरन बताती हैं कि बचपन से ही उन्हें कम दिखता था। पास की चीजें वह तब भी देख लेती थीं लेकिन दूर और साइड का तो उन्हें बिल्कुल नहीं दिखता था। सिमरन उत्तर प्रदेश के मोदी नगर की रहने वाली हैं। सिमरन का परिवार मध्यमवर्गीय श्रेणी में आता है जिसकी वजह से सिमरन के परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह सिमरन को ट्रेनिंग करा पाए।
सिमरन तीन भाई बहनों में सबसे छोटी हैं। उनके भाई आकाश निजी कंपनी में काम करते हैं। जबकि बहन अनुष्का की भी शादी हो चुकी है। गजेंद्र सिंह और सिमरन शर्मा ने 6 साल पहले लव मैरेज की थी। हालांकि शादी के 2 साल बाद ही उनके पिता की मौत हो गई थी। लेकिन सिमरन के सपनों को साकार करने के लिए पति गजेंद्र ने हर संभव कोशिश की जिससे सिमरन अपने खेल में आगे बढ़ सकें।
सिमरन का सपना पूरा करने के लिए अपने शौक भूल गए गजेंद्र
सिमरन सिंह कांस्य पदक जीतने का श्रेय अपने पति गजेंद्र को देती है। शो के दौरान सिमरन ने बताया कि पैरालंपिक में पहुंचाने के लिए उनके साथ- साथ गजेंद्र ने दिन रात एक करके मेहनत की, सिमरन के लिए अपने शौक मार दिये। सिमरन बताती हैं कि जीवन में एक समय आया कि जब हमारे पास पैसे बिल्कुल खत्म हो गए थे तो गजेंद्र ने अपने खाने पीने में कजूंसी करना शुरू कर दिया था, उसे जूस पीने का बहुत शौक था। पैसे की कमी की वजह से मुझे जूस पिलाने के लिए गजेंद्र ने जूस पीना बंद कर दिया था। इसी के साथ गजेंद्र को जूतों का और अन्य काफी चीजों का भी शौक था, लेकिन मेरी वजह से उसने सब छोड़ दिया। इन सबके अलावा गजेंद्र ने अपनी जमीन तक बेच दी थी।
बता दें कि सिमरन के पति गजेंद्र शर्मा सेना में नौकरी के अलावा एथलीट्स को कोचिंग देते हैं और वह दिल्ली में ही रहते हैं। पति के साथ- साथ गजेंद्र सिमरन के लिए कोच भी बन गए, गजेंद्र खुद एक एथलीट थे। लेकिन कम पैसों की वजह से उन्होंने अपना खेल छोड़ दिया था। फिर सिमरन के सपने में ही अपना सपना देखने लगे। गजेंद्र ने ही सिमरन को ट्रेनिंग दी थी।