Preethi Pal and Nishad Kumar wins Medal: पेरिस पैरालंपिक में भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन जारी है और चौथे दिन दो मेडल आए, जिससे अब कुल पदक की संख्या 7 हो गई है। रविवार को पहला मेडल प्रीति पाल ने दिलाया, जिन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए महिलाओं की 200 मीटर रेस (टी35) में तीसरे स्थान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इस तरह वह एक ही पैरालंपिक में दो मेडल जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गईं। वहीं, निषाद ने पुरुषों की हाई जंप (टी47) स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल किया और सिल्वर मेडल जीता। इस तरफ पैरालंपिक में बीते दिन भारत की तरफ से अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला।
प्रीति पाल ने फिर से दिखाया कमाल
भारत को ट्रैक इवेंट में पहला एथलेटिक्स पदक दिलाने वाली प्रीति पाल ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा और अपना दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने 30.01 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ रेस पूरी की और ब्रॉन्ज मेडल जीता। बता दें कि प्रीति ने इससे पहले शुक्रवार को 100 मीटर रेस (टी35) स्पर्धा में भी इतिहास रचा था और तीसरे स्थान पर रहकर भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। 200 मीटर रेस (टी35) में चीन की दो एथलीट पहले और दूसरे स्थान पर रहीं। कुछ ऐसा ही 100 मीटर रेस (टी35) में भी देखने को मिला था।
निषाद कुमार के नाम रहा सिल्वर मेडल
भारत के लिए हाई जंप में निषाद कुमार ने पेरिस पैरालंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन किया और दूसरे स्थान पर रहकर सिल्वर मेडल जीता। हालांकि, निषाद सिल्वर जीतने के बावजूद काफी निराश दिखे, क्योंकि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि वह गोल्ड मेडल अपने नाम कर सकते हैं। निषाद ने पुरुषों की हाई जंप (टी47) स्पर्धा में सीजन के सर्वश्रेष्ठ 2.04 मीटर के प्रदर्शन के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। निषाद 2.04 मीटर बैरियर पार करने के बाद, 2.08 मीटर की दूरी तय करने के अपने तीन प्रयासों में विफल रहे। इसके बावजूद, उन्होंने देश को सिल्वर मेडल दिला दिया। उन्होंने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन किया था और भारत को वहां भी सिल्वर मेडल दिलाया था। बता दें कि निषाद ने महज छह साल की उम्र में ही घास काटने की मशीन से दुर्घटना के कारण अपना दायां हाथ खो दिया था।