रियो ओलंपिक्स 2016 में पहले और दूसरे दिन खाली हाथ रहने के बाद फैंस को उम्मीद थी कि भारतीय खिलाड़ी तीसरे दिन कुछ कमाल दिखाकर देश को पहला मेडल दिलाएंगे। तीसरे दिन भारत मेडल के बहुत करीब पहुंचकर भी मेडल हासिल नहीं कर पाया। अपने करियर के आखिरी मैच में अभिनव बिंद्रा चौथे स्थान पर रहे और ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए शूट आउट में वो एक सिर्फ एक शोट से रह गए। स्विमिंग रियो ओलंपिक के तीसरे दिन दोनों भारतीय स्विमर आगे बढ़ने में नाकाम रहे। भारतीय स्विमर साजन प्रकाश का मुकाबला दुनिया में स्विमिंग के सबसे बड़े नामों के साथ था। साजन माइकल फेल्प्स, लैस्ज्लो सेह जैसे स्टार्स के साथ मुकाबला कर रहे थे। लेकिन साजन प्रकाश 200 मीटर बटरफ्लाई में आगे क्वालीफाई करने में नाकाम रहे और 28वें स्थान से ही संतोष करना पड़ा। भारतीय महिला स्विमर्स में 18 साल की शिवानी कटारिया 200 मीटर फ्री स्टाइल में 41वें स्थान पर रही। शूटिंग तीसरे दिन भारत को शूटिंग से मेडल की उम्मीदें थी। 10 मीटर एयर राइफल में भारत के दो धुरंधर शूटर्स अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग मैदान में थे। गगन नारंग ने क्वालीफाइंग में शुरुआत में दमदार शूटिंग की, लेकिन वो निरंतरता नहीं ला पाए, जिसकी वजह से नारंग फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। अपना आखिरी ओलंपिक खेल रहे अभिनव बिंद्रा ने फाइनल में जगह बनाई। फैंंस को उम्मीदें थी कि वो भारत को रियो में पहला पदक दिलाएंगे, लेकिन वो चौथे स्थान पर रहे। ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए शूट आउट में हुए हारकर बिंद्रा चौथे स्थान पर आए। मानवजीत सिंह संधू और कैनन चेनाई डबल ट्रैप शूटिंग के फाइनल में जगह नही बना पाए। हॉकी पुरुष हॉकी में भारत का सामना जर्मनी और महिला हॉकी में ग्रेट ब्रिटेन के साथ हुआ। दोनों ही मैचों में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी के खिलाफ शानदार खेल दिखाई, लेकिन आखिरी कुछ सेकेंड्स में डिफेंस की कमजोरी की वजह से गोल खाया और भारत को मैच 1-2 से गंवाना पड़ा। भारतीय महिला हॉकी टीम को ग्रेट ब्रिटेन ने एकतरफा मुकाबले में 0-3 से हराया। इससे पहले भारत ने अपना पहला मैच जापान के खिलाफ ड्रॉ खेला था। भारतीय टीम का अगला मैच 10 अगस्त को ऑस्ट्रेलिया के साथ होगा। आर्चरी भारतीय महिला आर्चर लक्ष्मीरानी माझी का 2016 रियो ओलंपिक्स में सफर समाप्त हो गया है। उन्हें महिला व्यक्तिगत स्पर्धा के प्रीक्वार्टरफाइनल राउंड में स्लोवाकिया की एलेक्जैंड्रा लोंगोवा ने 7-1 के अंतर से हराया। उन्होंने मैच में कुल 101 का स्कोर किया, जिसमें सिर्फ एक बार पूरे 10 अंक पर निशाना साधा। वहीं स्लोवाकिया की लोंगोवा का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। उन्होंने कुल 108 का स्कोर किया, जिसमें 3 बार पूरे 10 अंक हासिल किए।