South African player had murdered his girlfriend: कभी- कभी इंसान से नासमझी में ऐसी गलती हो जाती है जिसे वह चाह कर सही नहीं कर सकता है। ऐसा ही कुछ साउथ अफ्रीका के पूर्व एथलीट और ब्लेड रनर ऑस्कर पिस्टोरियस के साथ हुआ। उनसे गलती से कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने इस गलती के सालों सजा भी काटनी पड़ी, और उन्होंने अपनी गलती की वजह से अपने खास शख्स जिसको वह अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करते थे। उन्होंने अपने सबसे प्यारे शख्स की हत्या खुद अपने हाथों से कर दी थी। आपको विस्तार से बताते हैं क्या है पूरा मामला।अपनी गर्लफ्रेंड की गोली मारकर कर दी थी हत्यासाउथ अफ्रीका के पूर्व एथलीट ऑस्कर पिस्टोरियस के साथ साल 2013 में कुछ ऐसा घटित हुआ जिसकी वजह से उन्हें 11 साल की सजा भी हुई थी। दरअसल साल 2013 में वेलेंटाइन्स डे वाले दिन उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी थी। ऑस्कर पिस्टोरियस ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या जानबूझकर नहीं की थी। 2013 में वेलेंटाइन्स वाले दिन ऑस्कर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ अपने घर में थे। तभी उन्हें लगा की बाथरुम से कोई उनके घर में घुस आया है शायद कोई चोर आ गया। चोर से भगाने के लिए ऑस्कर अपनी गन ले आए और उन्होंने बाथरुम की तरफ चार गोलियां चला दी थी, ऑस्कर अंधेरे की वजह से देख नहीं पाए बाथरुम में कौन है बस वह चोर समझकर कर एक के बाद एक गोलियां चलाते गए। ऑस्कर जब गोलियां चला रहे थे तो बाथरुम में उस वक्त उनकी गर्लफ्रेंड थी और मौके पर उसी मौत हो गई थी। इसके बाद उसने अपने बचाव में कहा था कि अनजाने में अपनी गर्लफ्रेंड को गोली मारी है। बता दें कि ऑस्कर की गर्लफ्रेंड रीवा एक मॉडल थी। View this post on Instagram Instagram Postकृत्रिम पैरों से रचा था इतिहासआपको बता दें कि ऑस्कर सवा साल के थे, तब एक जेनेटिक बीमारी के कारण उन्हें दोनों पैर गंवाने पड़े थे। इसके बाद उन्होंने कृत्रिम पैर लगवाए थे। उन्हें एथलेटिक्स में काफी दिलचस्पी थी। पैर ना होने के बावजूद ऑस्कर ने हार नहीं मानी और उन्होने खेला। ऑस्कर ने पैरालिम्पिक में वे 6 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। 2012 के लंदन ओलिंपिक में उन्होंने हिस्सा लिया था। तब नकली पैरों के साथ ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले वो दुनिया के पहले एथलीट भी थे।लंदन ओलिंपिक में ऑस्कर ने जमकर नाम कमाया और वो दुनियाभर में हीरो बन गए थे। मगर एक साल बाद ही वो विलेन बन गए। उन्होंने गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी थी।