Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की गोल्ड मेडल की उम्मीदों को उस वक्त झटका लग गया, जब सेमीफाइनल में लक्ष्य सेन को हार का सामना करना पड़ा। सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के लक्ष्य सेन का मुकाबला डेनमार्क के विक्टर एक्सलेसन के साथ हुआ। इस मैच को विक्टर ने 22-20 और 21-14 से अपने नाम कर लिया। सेमीफाइल में हारने के बाद अब बैडमिंटन में भारत के गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीदें भी खत्म हो गईं। अब लक्ष्य सेन ब्रॉन्ज मेडल के लिए अपना अगला मुकाबला खेलेंगे। वहीं सेमीफाइनल में मैच को भले ही लक्ष्य हार गए हों लेकिन डेनमार्क के खिलाड़ी ने भारतीय खिलाड़ी के शानदार खेल की जमकर तारीफ की है।
विक्टर ने माना लक्ष्य सेन का लोहा
सेमीफाइनल मैच को जीतने के बाद विक्टर एक्सलेसन ने कहा कि लक्ष्य सेन एक अद्भुत प्रतिभा है। आज मेरा सबसे कठिन मैच था, उसका भविष्य उज्ज्वल है। मैं उसे शुभकामनाएं देता हूं। मुझे यकीन है कि अब से 4 साल बाद, लक्ष्य ओलंपिक 2028 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक होगा ।
मैच की शुरुआत ऐक्सल्सन ने शुरुआती बढ़त के साथ की, लेकिन सेन ने जल्द ही अपने खेल को बदल लिया और विक्टर को कड़ी टक्कर देनी शुरू कर दी थी। दूसरे गेम में सेन ने जोरदार शुरुआत करते हुए 7-0 की बढ़त हासिल कर ली थी, जबकि ऐक्सल्सन अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। लेकिन अंत में डेनमार्क के खिलाड़ी ने जीत हासिल कर ली थी।
लक्ष्य के पास इतिहास रचने का मौका
भले ही सेमीफाइनल में लक्ष्य सेन हार गए हों लेकिन अभी भी पेरिस ओलंपिक में उनके पास इतिहास रचने और भारत के लिए पदक जीतने का आखिरी मौका बचा हुआ। लक्ष्य का मुकाबला अब पुरुष एकल में कांस्य पदक के लिए मलेशिया के ली जी जिया से होगा। अगर लक्ष्य इस मैच को जीत जाते है तो वे कांस्य पदक विजेता बन जाएंगे, वहीं अगर लक्ष्य मैच को हार जाते है तो उनका पेरिस ओलंपिक 2024 में सफर यहीं समाप्त हो जाएगा। अब करोड़ों भारतीय फैंस चाहेंगे कि लक्ष्य कम से कम भारत के लिए कांस्य पदक जरूर जीतें।