स्टार भारतीय पैडलर जी साथियान ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण सात महीने के लंबे ब्रेक के बाद वह अगले सप्ताह पोलिश टेबल टेनिस लीग में एक्शन में नजर आएंगे। विश्व नंबर-32 जी साथियान ने जुलाई में पोलिश टीम सोकोलो एस ए जोरसोस्लॉ से अनुबंध किया था। जी साथियान सोमवार को कोविड-19 का परीक्षण कराएंगे और फिर गुरुवार को पोलैंड के लिए रवाना होंगे।
जी साथियान ने कहा, 'मैं 15 अक्टूबर को पोलैंड के लिए रवाना होंगा और सात महीने के ब्रेक के बाद मेरे क्लब सोलोलो एस ए जारोस्लॉ की तरफ से पोलिश सुपरलीगा प्रतियोगिता में हिस्सा लूंगा और वहीं ट्रेनिंग भी करूंगा। लगातार प्रयासों के बाद मुझे एयर फ्रांस एयरलाइंस से आधिकारिक स्वीकृति मिली। मैं सोमवार को कोविड-19 टेस्ट कराउंगा, और अगर उसमें निगेटिव निकला तो मुझे जाने की इजाजत होगी व क्वारंटीन नहीं होना होगा।'
27 साल के जी साथियान शुक्रवार को पोलिश सुपरलीगा में अपना पहला मैच खेलेंगे। जी साथियान ने कहा, 'मैं 224 दिनों के अंतराल के बाद अपना पहला प्रतिस्पर्धी मैच 16 अक्टूबर को खेलूंगा और सभी नई शैली व तकनीक का उपयोग करूंगा, जो लॉकडाउन के दौरान अपने कोच की देखरेख में सीखी।' फरवरी में जी साथियान जापान की प्रीमियर टेबल टेनिस लीग - द टी लीग से करार करने वाले पहले भारतीय पैडलर बने थे। नवंबर में यह स्पर्धा शुरू होगी, जिसमें जी साथियान हिस्सा लेंगे।
जी साथियान की नेशनल कैंप से तौबा
जी साथियान ने लॉकडाउन के दौरान अपने गृहनगर चेन्नई में टेबल टेनिस का अभ्यास किया। जी साथियान ने कहा था, 'मैं चेन्नई लौट आया। मैंने अपने आप को एक सप्ताह के लिए एकांतवास किया। इसका मतलब मैंने दो सप्ताह कोई अभ्यास नहीं किया। यह ठीक होगा कि अगर हम बेंगलुरु की निगेटिव कोविड रिपोर्ट्स के साथ यात्रा करें और पहले दिन से हमें ट्रेनिंग की अनुमति मिले।' बता दें कि जी साथियान इस समय चेन्नई में अपने निजी कोच एस रमन के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं।
साथियान ने कहा, 'बेंगलुरु में ट्रेनिंग की जगह के आईडिया का मैं स्वागत करता हूं। हमें टेबल टेनिस के लिए राष्ट्रीय ट्रेनिंग सेंटर की जरूरत थी। इसे स्थापित किया जाए और इसके बाद टेबल टेनिस का राष्ट्रीय कैंप आयोजित हो, लेकिन जब समय ठीक हो।'
देश के शीर्ष टेबल टेनिस खिलाड़ियों के लिए आयोजित होने वाला राष्ट्रीय कैंप एक बार फिर अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित हो गया है। टेबल टेनिस के कुछ खिलाड़ी यात्रा नहीं करना चाहते जबकि कुछ साई के बेंगलुरु सेंटर में सुविधा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।