ओलंपियन और स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने एशियन कप टेबल टेनिस प्रतियोगिता के महिला सिंगल्स सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। मनिका इसी के साथ इस टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। मनिका ने क्वार्टरफाइनल में चीनी ताइपे की चेन जू-यू पर 4-3 से जीत हासिल की।
विश्व नंबर 44 मनिका ने विश्व की 23वें नंबर की खिलाड़ी चेन के खिलाफ पहला सेट हारने के बाद शानदार वापसी कर मैच 6-11, 11-6, 11-5, 11-7, 8-11, 9-11, 11-9 से जीता। मनिका ने इससे पहले राउंड ऑफ 16 में विश्व नंबर 7 चीन की चेन जिंगटोंग को हराकर बड़ा उलटफेर किया था और अब चीनी ताइपे की खिलाड़ी को हराकर इतिहास रच दिया है। उनसे पहले कोई भी महिला खिलाड़ी भारत की ओर से खेलते हुए इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाई थी। उनसे पहले भारत के चेतन बबूर पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में और फिर फाइनल में पहुंचे थे।
इस बार एशियन कप के 33वें संस्करण का आयोजन थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हो रहा है। साल 2013 से इस इवेंट के जरिए खिलाड़ी टेबल टेनिस विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई करते हैं। मनिका हाल ही में विश्व टेबल टेनिस मिक्स्ड डबल्स रैंकिंग में साथियान ग्नानशेखरन के साथ टॉप 5 में पहुंचने वाली भी पहली भारतीय बनी हैं।
कौन हैं चेतन बबूर
अर्जुन अवॉर्ड जीत चुके चेतन बबूर भारत के सफलतम टेबल टेनिस खिलाड़ियों में शामिल हैं। कर्नाटक के निवासी चेतन ने साल 1997 में एशियन कप के पुरुष सिंगल्स फाइनल में जगह बनाकर सनसनी फैला दी थी। उस साल पुणे में प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। चेतन को फाइनल में चीन के गुओ केली ने मात दी थी, और इस कारण उन्हें सिल्वर मेडल मिला था। इसके बाद साल 2000 में मुंबई में एशियन कप का आयोजन हुआ था जिसमें चेतन सेमीफाइनल तक पहुंचे थे और उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला था। एशियन कप के इतिहास में भारत की झोली में यही दो पदक आज तक आए हैं।