भारत की टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने इतिहास रचते हुए एशियन कप टेबल टेनिस प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर लिया है। मनिका ने बैंकॉक, थाईलैंड में हो रही प्रतियोगिता के महिला सिंगल्स का सेमीफाइनल मुकाबला हारने के बाद तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में जापान की हीना हयाता को 4-2 से मात देकर इस प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीता और टूर्नामेंट के इतिहास में कोई भी मेडल जीतने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं।
ओलंपियन और विश्व नंबर 44 मनिका बत्रा को पहले तो सेमीफाइनल में विश्व नंबर 5 जापान की मिमा इतो के हाथों 8-11, 11-7, 7-11, 6-11, 11-8, 7-11 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। इस मुकाबले में विश्व नंबर 6 हीना हयाता को मनिका ने 11-6, 6-11, 11-7, 12-10, 4-11, 11-2 से हराते हुए मैच अपने नाम किया।
मनिका ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के राउंड ऑफ 16 में विश्व की 7वें नंबर की खिलाड़ी चीन की चेन जिंगटोंग को हराकर बड़ा उलटफेर किया था। इस प्रतियोगिता में भारत को पहली बार चेतन बबूर ने मेडल दिलाया था। साल 1997 में चेतन पुरुष सिंगल्स के फाइनल तक पहुंचे थे, लेकिन वहां हारे और उन्हें सिल्वर मेडल मिला। इसके बाद साल 2000 में आयोजित प्रतियोगिता में चेतन को ब्रॉन्ज मेडल मिला था। और अब मनिका ने टूर्नामेंट में देश के पदकों की संख्या में इजाफा कर दिया है।
मनिका हाल ही में मिक्स्ड डबल्स में भारत के साथियान ग्नानशेखरन के साथ विश्व रैंकिंग में नंबर 5 पर पहुंची और दोनों किसी भी वर्ग में टेबल टेनिस विश्व रैंकिंग में टॉप 5 में एंट्री लेने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बने। 2020 में देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार खेल रत्न से सम्मानित हो चुकीं 27 साल की मनिका देश के इतिहास की सबसे सफल टेबल टेनिस खिलाड़ियों में शामिल हैं।