अचंता शरत कमल गुरुवार को टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के पहले टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं। शरत कमल ने दोहा में एशियाई ओलंपिक क्वालीफिकेशन के मुकाबले में पाकिस्तान के मोहम्मद रमीज को मात देकर ओलंपिक में अपनी जगह सुरक्षित की। अनुभवी भारतीय पैडलर अचंता शरत कमल ने दक्षिण एशिया ग्रुप में पुरुष सिंगल्स राउंड रॉबिन के दूसरे राउंड में रमीज की चुनौती को केवल 22 मिनट में ध्वस्त करते हुए मुकाबला 11-4, 11-1, 11-4, 11-4 से शिकस्त दी।
भारत की दूसरी सर्वोच्च महिला खिलाड़ी सुतीर्था मुखर्जी ने भी टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया। सुतीर्था ने टॉप रैंक वाली हमवतन मनिका बत्रा को 4-2 से मात दी है। सुतीर्था ने मनिका बत्रा को 7-11, 11-7, 11-4, 4-11, 11-5, 11-4 से मात दी। सुतीर्था के खिलाफ शिकस्त के बावजूद मनिका बत्रा ने अपनी रैंकिंग के कारण कट हासिल किया। कमल को हमवतन जी साथियान से शुरूआती मुकाबले में 9-11, 13-15, 11-5, 11-7, 12-10, 9-11, 8-11 से शिकस्त मिली थी।
रमीज पर जीत हासिल करके कमल ने कम से कम दूसरा स्थान पक्का कर लिया है और यह जुलाई में टोक्यो गेम्स के लिए पर्याप्त है। इवेंट में सर्वोच्च दूसरी रैंक वाले खिलाड़ी को एक कोटा अवॉर्ड में दिया गया है। शरत ग्रप में शीर्ष रैंक वाले खिलाड़ी थे और उन्होंने एशियाई कोटा के अंतर्गत अपनी जगह पक्की की। यह कमल का चौथा ओलंपिक्स होगा।
बड़ी रात महसूस कर रहे हैं शरत कमल
ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने के बाद शरत कमल ने कहा, 'साथियान के खिलाफ अच्छा मैच हुआ, लेकिन मैंने कुछ गलतियां की और उसने उस पर हावी होते हुए मुकाबला जीत लिया। मैं रमीज के खिलाफ खेलने से पहले थोड़ा घबराया हुआ था क्योंकि इससे पहले कभी उनके खिलाफ खेला नहीं।' 38 साल के शरत ने 2020 गुजरने के बाद इसे बड़ी राहत करार दिया है।
शरत ने कहा, 'मार्च 2020 के बाद से कई चीजें हो गई हैं। मैं ओलंपिक में चैंपियन बना और अच्छे टच में था। मैं थाईलैंड में दो सप्ताह पहले क्वालीफिकेशन मैच खेलने की तैयारी में जुटा था और फिर सभी चीजें रूक गईं। मैंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की और यह जिस तरह ये साल गुजरा उससे बड़ी राहत मिली। हालांकि, यह मेरा चौथा ओलंपिक्स होगा, लेकिन यह मेरा सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक गेम्स होगा।'
इस बीच शरत कमल ने मनिका बत्रा के साथ मिलकर मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में जगह बनाकर इस वर्ग में भी क्वालीफाई करने की उम्मीदें बरकरार रखी हैं। इस जोड़ी ने कतर के मोहम्मद अब्दुलवहाब और माहा फरामर्जी को 11-6, 11-6, 11-2, 11-3 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। जी साथियान भी शरत के साथ टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने से केवल एक जीत दूर हैं।