विश्व नंबर 1 बने अल्कराज के कोच फरैरो खुद भी रह चुके हैं दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी

यूएस ओपन जीतने के बाद कार्लोस सबसे पहले कोच युआन कार्लोस फरैरो (बाएं) से जाकर मिले।
यूएस ओपन जीतने के बाद कार्लोस सबसे पहले कोच युआन कार्लोस फरैरो (बाएं) से जाकर मिले।

19 साल के कार्लोस अल्कराज ने टेनिस जगत की नई सनसनी के रूप में अपनी पहचान बनाई है। साल 2018 में जिस खिलाड़ी ने महज 15 साल की उम्र में एटीपी रैंकिंग में अपने पहले अंक हासिल किए, वह आज विश्व नंबर 1 खिलाड़ी बन गया है। यूएस ओपन के रूप में अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लैम जीतने वाले अल्कराज की सफलता के पीछे उनकी मेहनत के साथ ही एक और टेनिस चैंपियन का हाथ है और ये हैं अल्कराज के मौजूदा कोच युआन कार्लोस फरैरो जो खुद विश्व नंबर 1 रह चुके हैं।

अपने कोच फरैरो के साथ यूएस ओपन ट्रॉफी थामे कार्लोस अल्कराज (बाएं)
अपने कोच फरैरो के साथ यूएस ओपन ट्रॉफी थामे कार्लोस अल्कराज (बाएं)

फरैरो ने साल 2003 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था और उसी साल यूएस ओपन के उपविजेता रहे थे। उस दौर में फरैरो न सिर्फ क्ले कोर्ट के विशेषज्ञ के रूप में जाने जाते थे बल्कि हार्ड कोर्ट पर भी उनकी वैसी ही धाक थी। 1999 में कार्लोस मोया विश्व रैंकिंग में नंबर 1 बनने वाले पहले स्पेनिश खिलाड़ी बने और 2003 में फरैरो ये मुकाम हासिल करने वाले दूसरे स्पेनिश प्लेयर बने। इसके बाद फरैरो ने अपनी अकादमी खोली जहां 15 साल की उम्र में अल्कराज पहली बार गए।

फरैरो निजी रूप से कोचिंग भी करने लगे और उनके सबसे पहले शिष्य जर्मनी के ऐलेग्जेंडर ज्वेरेव थे। इसके बाद 2019 में फरैरो ने अल्कराज के खेल और टैलेंट को देख उन्हें कोच करने की सोची। बेहतरीन स्पीड, फुर्ती वाले इस खिलाड़ी के खेलने का तरीका फरैरो से काफी मेल खाता था। ऐसे में फरैरो ने अल्कराज का हाथ थामा और उन्हें इस मुकाम तक लाने में अहम भूमिका निभाई। खुद अल्कराज भी फरैरो को अपने पिता समान बता चुके हैं और कैस्पर रूड को यूएस ओपन के फाइनल में हराने के बाद तुरंत अपने बॉक्स की तरफ भाग कर कोच फरैरो को गले से लगा लिया।

खिताब जीतने के बाद अल्कराज से ज्यादा खुश और भावुक फरैरो दिख रहे थे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान माना कि अल्कराज को खेल का तोहफा ईश्वर से मिला है।

कार्लोस इस तरह के मुकाबले और टूर्नामेंट खेलने के लिए ही पैदा हुए हैं। उनके पास जो टैलेंट है वो उनकी उम्र के खिलाड़ियों में देखने को नहीं मिलता। वह बेहद शानदार प्रतिद्वंदी हैं। मैंने कोर्ट पर भी देखा है कि अहम मौकों पर भी वह जान लगाना नहीं छोड़ते। सीनियर खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते हुए भी वह मैच में बने रहने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं।

फरैरो के बाद राफेल नडाल स्पेन की ओर से विश्व नंबर 1 बनने वाले तीसरे खिलाड़ी बने और अब अल्कराज ने ये उपलब्धि हासिल की है। खास बात ये है कि फरैरो साल 2003 में सितंबर के महीने में यूएस ओपन के बाद विश्व नंबर 1 बने थे और अल्कराज भी 2022 में सितंबर के महीने में ही यूएस ओपन के बाद विश्व नंबर 1 बने हैं।