दुनिया की नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी ऐश्ली बार्टी ने प्रोफेशनल टेनिस से रिटायरमेंट लेने की घोषणा की जिसके बाद सभी टेनिस प्रेमी हैरान हैं लेकिन बार्टी के निजी फैसले पर उनका साथ दे रहे हैं। पिछले तीन सालों में बार्टी टेनिस कोर्ट में एक बेहद मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरी हैं और तीन सिंगल्स ग्रैंड स्लैम अपने नाम कर चुकी हैं। लेकिन आप जानकर हैरान होंगे कि बार्टी सिर्फ टेनिस के खेल की महारथी नहीं हैं बल्कि क्रिकेट और गोल्फ जैसे खेलों में भी बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के बड़े-बड़े दिग्गजों के पसीने छुड़ा चुकी हैं।
टेनिस के जूनियर वर्ग में विश्व नंबर 2 रह चुकी ऑस्ट्रेलिया की ऐश्ली बार्टी बचपन से ही काफी ऐथलेटिक रही हैं। शायद यही वजह है कि वो जिस खेल में रुचि दिखातीं थीं, उसी में कुछ नया कर जाती थीं। साल 2014 में 18 साल की उम्र में ऐश्ली ने कुछ समय टेनिस से दूर रहने की ठानी। इस दौरान ऐश्ली ने क्रिकेट में हाथ आजमाने की सोची। साल 2015 में बार्टी किसी कार्यक्रम के जरिए ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की सदस्यों से मिली और एक टीम स्पोर्ट का हिस्सा बनना उन्हें काफी रोचक लगा।
बचपन से ही टेनिस की ट्रेनिंग ले रही बार्टी ने जब 18 साल की उम्र में क्रिकेट के मैदान में प्रैक्टिस शुरु की तो हर कोई उनका टैलेंट देख हैरान था। बार्टी ने शुरुआती प्रैक्टिस क्वींसलैंड फायर नामक महिला टीम के साथ की। अगले ही साल यानी 2015 में बार्टी क्वींसलैंड फायर की टीम का हिस्सा रहते हुए ब्रिसबेन प्रीमियर लीग में खेलीं। जबकि नवंबर 2015 में बार्टी दुनिया की सबसे बड़ी महिला क्रिकेट लीग यानी बिग बैश लीग का हिस्सा बनीं। बार्टी ने नवंबर 2015 में क्वींसलैंड वुमेन टीम के लिए अपना लीग डेब्यू किया और इसके बाद ब्रिसबेन हीट टीम का हिस्सा बन गईं। बार्टी ने जनवरी 2016 तक कुल 10 लीग मैच खेले। बार्टी के गेंद को मारने की क्षमता से सभी काफी प्रभावित हुए।
फरवरी 2016 में बार्टी ने टेनिस कोर्ट पर वापसी का ऐलान किया और नॉटिंघम ओपन के क्वार्टर-फाइनल तक पहुंची। साल 2017 की शुरुआत में बार्टी टेनिस सिंगल्स और डबल्स रैंकिंग में टॉप 250 से बाहर थीं जबकि साल के अंत तक दोनों कैटेगरी में वो टॉप 20 में आ गईं थी। 2018 में बार्टी ने विम्बल्डन डबल्स का खिताब जीता तो 2019 में फ्रेंच ओपन के रूप में अपना पहला ग्रैंड स्लैम। इस खिताब को जीतने के बाद बार्टी ने क्रिकेट को लेकर अपना रूख साफ किया और बताया कि क्रिकेट के खेल ने उन्हें काफी सकारात्मक अनुभव दिया जिसका फायदा उन्हें टेनिस कोर्ट पर भी मिला।
वैसे बार्टी सिर्फ क्रिकेट पर नहीं थमीं। उनके माता-पिता और मंगेतर, सभी प्रोफेशनल रूप से गोल्फ खेल चुके हैं इसलिए बार्टी ने भी परिवार के साथ गोल्फ खेला है। सितंबर 2020 में बार्टी ने क्वींसलैंड ऑस्ट्रेलिया के ब्रूकवॉटर गोल्फ क्लब में गोल्फ चैंपियनशिप न सिर्फ खेली बल्कि इसकी विजेता भी रहीं। अब टेनिस से रिटायरमेंट के ऐलान के बाद बार्टी के कुछ फैंस अटकलें लगा रहे हैं कि वो क्रिकेट के मैदान पर वापसी कर सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो इस अद्भुत खिलाड़ी को दोबारा बैट पकड़ शॉट मारते देखना भी एक शानदार अनुभव होगा।