डानिल मेदवेदेव ने कहा- शानदार ट्रॉफी। मेदवेदेव ने ट्रॉफी उठाने के बाद कहा कि यह भारी है जबकि उनका मुकाबला तुलनात्मक हल्क और खतरनाक था। दुनिया के नंबर-4 मेदवेदेव ने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थीम को 4-6, 7-6 (7-4), 6-4 से मात देकर अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीता- निट्टो एटीपी फाइनल्स। 24 साल के मेदवेदेव दुनिया के शीर्ष तीन खिलाड़ियों को मात देने वाले पहले खिलाड़ी बने। मेदवेदेव ने प्रतियोगिता के ग्रुप चरण में दुनिया के नंबर-1 नोवाक जोकोविच, सेमीफाइनल में विश्व नंबर-2 राफेल नडाल और फिर फाइनल में विश्व नंबर-3 डोमिनिक थीम को मात दी।
मेदवेदेव ने कहा, 'इस खिताब को जीतने के लिए आपको शीर्ष-10 खिलाड़ियों को मात देना होती है, लेकिन साथ ही दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों को मात देना आसान नहीं। इस पल कोई अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में नहीं भी हो सकता है, लेकिन यह मायने नहीं रखता। यह टेनिस में अब भी शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल हैं।' मेदवेदेव ने 2 घंटे और 42 मिनट के बाद मुकाबला अपने नाम किया, जिस दौरान केवल दो बार सर्व ब्रेक होती देखी गई। मेदवेदेव को जीतने का भरोसा नहीं था। मुकाबला जीतने के बाद उन्होंने हल्की सी मुस्कान लिए बॉक्स की तरफ देखा था। मेदवेदेव खुश होते हैं जब मुकाबला जीतते हैं। इस जीत के लिए ही वो खेलते हैं।
मेदवेदेव ने मांगी थी माफी
पिछले साल यूएस ओपन में शुरूआत में दर्शकों से बहस करने के बाद मेदवेदेव ने फैंस से मांफी मांगी थी। मेदवेदेव ने स्वीकार किया था कि उन्होंने गलती की थी। फिर राफेल नडाल से फाइनल में शिकस्त झेलने के बाद मेदवेदेव ने भावुक होकर अपना बयान दिया था, जिसने दर्शकों के दिल में जगह बना ली थी।
मेदवेदेव ने कहा था, 'यह फैसला मेरा था। अपने करियर में हर कोई एक बार यह फैसला करता है कि कुछ विशेष करना है। टेनिस में शायद मैं पहला था, कुछ फुटबॉल में अपने गोल का जश्न नहीं मनाते। मैं अपनी जीत की खुशी नहीं मनाता। यह मेरी अपनी आदत है। मुझे ऐसा ही पसंद है।'
मेदवेदेव ने कहा कि फाइनल की जीत उनकी जिंदगी की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। मेदवेदेव ने कहा, 'जिस तरह डॉमिनिक थीम खेल रहे थे, उन्हें हराना आसान नहीं था। आखिरी दो मुकाबलों में मेरे खेल का स्तर अविश्वसनीय हो चला था। इससे मुझे भविष्य के लिए काफी विश्वास मिला है।'