सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने गैर वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस को हराकर विम्बल्डन का खिताब लगातार चौथी बार जीतने में सफलता हासिल की। जोकोविच ने पिछले साल विम्बल्डन जीता था और ठीक एक साल के इंतजार के बाद कोई ग्रैंड स्लैम अपने हाथों में थामा है। इस जीत के साथ ही जोकोविच ने रिकॉर्ड बुक के कई पन्नों पर अपना नाम जोड़ लिया है। आपको बताते हैं वो रिकॉर्ड जो विम्बल्डन के साथ जोकोविच ने अपने नाम किए हैं -
1) सेंटर कोर्ट पर लगातार जीत का रिकॉर्ड
विम्बल्डन के सेंटर कोर्ट पर ये जोकोविच की लगातार 39वीं जीत है और वो साल 2013 फाइनल के बाद से कोई मैच नहीं हारे हैं। विम्बल्डन में अलग-अलग कोर्ट पर मुकाबले होते हैं, लेकिन सेंटर कोर्ट इस टूर्नामेंट का मुख्य कोर्ट है। जोकोविच ने साल 2013 का फाइनल एंडी मरे के खिलाफ गंवाया था, लेकिन उसके बाद से वो यहां कोई मुकाबला नहीं हारे हैं। इस मामले में ओपन ऐरा में रॉजर फेडरर 32 जीतों के साथ (2003-2008) दूसरे स्थान पर हैं।
2) लगातार 4 विम्बल्डन खिताब
जोकोविच का ये लगातार चौथा विम्बल्डन खिताब है। उन्होंने साल 2018, 2019, 2021 और अब 2022 में इसे जीता है। इस मामले में ओपन ऐरा में उनके साथ केवल एक खिलाड़ी पीट सैम्प्रास हैं।ओपन ऐरा में लगातार 5 विम्बल्डन का रिकॉर्ड बोर्न बोर्ग और रॉजर फेडरर के नाम है।
3) कुल 7 विम्बल्डन खिताब
जोकोविच का ये कुल 7वां विम्बल्डन टाइटल है। ओपन ऐरा में वो ये रिकॉर्ड अमेरिका के पीट सैम्प्रास के साथ साझा करते हैं। जोकोविच ने साल 2011, 2014, 2015, 2018, 2019, 2021, 2022 में ट्रॉफी हासिल की है। उनसे ऊपर सिर्फ फेडरर हैं जिनके पास 8 खिताब हैं।
4) उम्रदराज विजेता
जोकोविच ने 35 साल 49 दिन की उम्र में विम्बल्डन का खिताब जीता है। इस मामले में वो दूसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं। रॉजर फेडरर ने साल 2017 में जब विम्बल्डन जीता तो उनकी उम्र 35 साल 11 महीने थी।
5 ) सबसे ज्यादा फाइनल
जोकोविच का ये करियर का 32वां ग्रैंड स्लैम फाइनल था। इस मामले में जोकोविच ने फेडरर को पछाड़कर रिकॉर्ड बना दिया है। फेडरर ने अभी तक कुल 31 बार ग्रैंड स्लैम फाइनल खेला है।
6) सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम
नोवाक जोकोविच का ये 21वां सिंगल्स ग्रैंड स्लैम खिताब है। इससे पहले तक वो इस मामले में रॉजर फेडरर के साथ दूसरे नंबर पर थे जबकि 22 ग्रैंड स्लैम के साथ राफेल नडाल टॉप पर थे। ऐसे में अब जोकोविच ग्रैंड स्लैम के मामले में दूसरे नंबर पर आ गए हैं।