मार्टिना नवरातिलोवा का नाम टेनिस जगत के दिग्गजों में लिया जाता है। एक ऐसी खिलाड़ी जिन्होंने टेनिस के प्रति लोगों के प्रेम को इतना मजबूत किया कि लोगों ने अपने बच्चों का नाम उनके नाम पर रखना शुरु कर दिया। 18 अक्टूबर को इस बेहतरीन खिलाड़ी का जन्मदिन होता है जिसने टेनिस की दुनिया में रिकॉर्ड बुक्स को अपने नाम से भर दिया। आपको बताते हैं आज इस शानदार खिलाड़ी के जीवन और करियर से जुड़ी कुछ खास बातें -
नानी से लेकर मां तक ने खेला टेनिस
मार्टिना का जन्म 18 अक्टूबर 1956 में उस समय के चेकोस्लोवाकिया में हुआ था। मार्टिना का जन्म लेते समय ही खिलाड़ी बनना तय था क्योंकि न सिर्फ उनकी मां टेनिस खिलाड़ी और जिमनास्ट थीं, बल्कि उनकी नानी चेकोस्लोवाकिया के लिए टेनिस खेलतीं थीं। महज तीन साल की उम्र में मार्टिना ने अपने माता-पिता को अलग होते देखा। मां याना ने मिरोस्लाव नवरातिल नामक टेनिस खिलाड़ी से दूसरी शादी की और मार्टिना ने उन्हीं का सरनेम यानी उपनाम अपने नाम में जोड़ लिया। मिरोस्लाव ने ही मार्टिना को टेनिस की ट्रेनिंग देनी शुरु की और उनके पहले कोच बने।
चार साल की उम्र में उठाया रैकेट
मार्टिना ने चार साल की उम्र में ही टेनिस की ट्रेनिंग शुरु कर दी। सात साल की उम्र तक मार्टिना ने प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरु कर दिया था और 15 साल में मार्टिना देश की सीनियर नेशनल चैंपियन बन गईं। 16 साल की उम्र से मार्टिना ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरु कर दिया था।
पहले खिताब से रिकॉर्ड बुक तक
महज 17 साल की उम्र में मार्टिना ने 1974 में अमेरिका में अपना पहला खिताब जीता। अगले ही साल मार्टिना ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन की उपविजेता रहीं और यहां से उन्होंने एक ऐतिहासिक टेनिस करियर की नींव रखी। इसी साल मार्टिना ने दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी अमेरिकी क्रिस एवर्ट के साथ पार्टनर बन फ्रेंच ओपन का महिला डबल्स खिताब जीता।
पहले ग्रैंड स्लैम से सर्वाधिक ग्रैंड स्लैम तक
1978 में मार्टिना ने विम्बल्डन का टाइटल क्रिस एवर्ट को हराकर जीता और विश्व नंबर 1 खिलाड़ी भी बनीं। मार्टिना के नाम कुल 18 सिंगल्स ग्रैंड स्लैम, 31 महिला डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब, 10 मिक्स्ड डबल्स ग्रैंड स्लैम के साथ कुल 59 ग्रैंड स्लैम हैं। ओपन एरा में इससे ज्यादा संख्या में किसी खिलाड़ी ने ग्रैंड स्लैम नहीं जीते हैं।
नागरिकता बदली
साल 1975 में जब मार्टिना यूएस ओपन खेलने अमेरिका गईं तो उन्होंने सरकारी कार्यालय जाकर चेकोस्लोवाकिया की नागरिकता छोड़ने की इच्छा जताई। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन किया और साल 1981 में उन्हें नागरिकता मिल गई। इसके बाद से उन्होंने अमेरिका का प्रतिनिधित्व करते हुए करियर बढ़ाया।
रिकॉर्ड्स की बारिश
मार्टिना ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड्स बनाए। सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम (सिंगल्स और डबल्स) जीतने के साथ ही कई और कीर्तिमान भी उनके नाम रहे। साल 1983 में यूएस ओपन जीत करियर स्लैम पूरा किया, मतलब चारों ग्रैंड स्लैम सिंगल्स जीतने वाली सातवीं महिला खिलाड़ी बनीं। यही नहीं साल 1980 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत उन्होंने डबल्स में भी करियर स्लैम पूरा कर लिया।
मार्टिना के पास सिंगल्स, महिला डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में चारों ग्रैंड स्लैम हैं। मार्गरेट कोर्ट के बाद ऐसा करने वाली वो दूसरी खिलाड़ी हैं। मार्टिना ने साल 1984 में लगातार 74 सिंगल्स मैच जीते, और ये लगातार सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड है।
मार्टिना ने सबसे ज्यादा लगातार 19 ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल और 19 ग्रैंड स्लैम क्वार्टरफाइनल खेले हैं। लगातार 45 ग्रैंड स्लैम मुकाबले जीतने का रिकॉर्ड भी मार्टिना के नाम ही है। विम्ब्लडन में मार्टिना ने महिला सिंगल्स का खिताब रिकॉर्ड 9 बार जीता है। मार्टिना के रिकॉर्ड की फेहरिस्त बेहद लंबी है और इस खिलाड़ी का करियर भी 32 साल लंबा चला। मार्टिना ने दुनियाभर में लोगों को अपने खेल से काफी प्रभावित किया। पूर्व विश्व नंबर 1 स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस का नाम उनके परिवार ने मार्टिना नवरातिलोवा से प्रभावित होकर ही रखा।