इंडियन वेल्स : हमवतन कार्लोस को हराकर नडाल पहुंचे फाइनल में, अमेरिका के फ्रिट्ज से होगी खिताबी भिड़ंत

राफेल नडाल इस सीजन 20 मुकाबले जीते हैं और एक भी नहीं गंवाया है।
राफेल नडाल इस सीजन 20 मुकाबले जीते हैं और एक भी नहीं गंवाया है।

राफेल नडाल पांचवी बार इंडियन वेल्स मास्टर्स यानी बीएनपी परिबास ओपन के फाइनल में पहुंच गए हैं। स्पेन के नडाल ने सेमीफाइनल में हमवतन और 18 साल के युवा खिलाड़ी कार्लोस अलकराज को 6-4, 4-6, 6-3 से हराते हुए खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। कैलिफोर्निया में खेली जा रही प्रतियोगिता में 18 साल के कार्लोस ने नडाल को अच्छी चुनौती देने की कोशिश की, लेकिन आखिरकार 35 साल के पूर्व विश्व नंबर 1 ने बाजी मार ली। फाइनल में नडाल का सामना अमेरिका के 20वीं वरीयता प्राप्त टेलर फ्रिट्ज से होगा जिन्होंने विश्व नंबर 7 खिलाड़ी रूस के एंड्री रुब्लेव को 7-5, 6-4 से हराया।

इस सीजन Unbeaten हैं नडाल

नडाल ने इस सीजन अब तक खेले गए 20 के 20 मुकाबले जीते हैं। नडाल और कार्लोस के बीच हुआ मैच दो पीढ़ियों के बीच हुए मुकाबले जैसा था क्योंकि कार्लोस सिर्फ 18 साल के हैं। पिछले साल मेड्रिड ओपन में नडाल के हाथों 6-1, 6-2 से हारने वाले कार्लोस ने इस बार काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने बचपन के हीरो नडाल को काफी अच्छी चुनौती दी। एरिना में मौजूद दर्शक भी नडाल का समर्थन तो कर ही रहे थे लेकिन पूरे मैच में सभी ने युवा कार्लोस की जमकर हौसला अफजाई की।

नडाल इससे पहले 4 बार इंडियन वेल्स के फाइनल में जा चुके हैं और तीन बार- साल 2007, 2009 और 2013 में वो खिताब जीत चुके हैं जबकि 2011 में नडाल नोवाक जोकोविच के हाथों फाइनल में हारे थे। ऐसे में इस बार चौथा खिताब जीतने का मौका नडाल के पास है। यही नहीं, नडाल अगर फाइनल जीतते हैं तो सबसे ज्यादा 37 एटीपी 1000 मास्टर्स खिताब जीतने का नोवाक जोकोविच का रिकॉर्ड भी बराबर कर लेंगे।

फ्रिट्ज ने रचा इतिहास

24 साल के टेलर फ्रिट्ज ने रुब्लेव के खिलाफ पहले सेट में चुनौती का सामना किया लेकिन जीत आखिरकार अपने नाम कर ली। फ्रिट्ज से पहले 2012 में जॉन इश्नर आखिरी अमेरिकी खिलाड़ी थे जो पुरुष सिंगल्स के फाइनल में खेला हो। यही नहीं फ्रिट्ज के पास एक और इतिहास बनाने का मौका है क्योंकि 2001 के बाद कोई अमेरिकी पुरुष खिलाड़ी इंडियन वेल्स का खिताब नहीं जीत पाया है। तब आंद्रे आगासी ने पीट सैम्प्रास को ऑल अमेरिकन फाइनल में हराया था।