खेल की दुनिया में कई बार ऐसे वाकये होते हैं जहां फैंस गुस्से में किसी खिलाड़ी को कुछ बुरा-भला बोल जाएं। लेकिन कई बार ये शब्द इतना दर्द दे जाते हैं कि बड़े से बड़ा खिलाड़ी भी इन्हें झेल नहीं पाता। कुछ ऐसा ही हुआ पूर्व विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी और 4 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता नेओमी ओसाका के साथ जिन्हें इंडियन वेल्स मास्टर्स टूर्नामेंट में मैच के दौरान कुछ दर्शकों के निराशाजनक कमेंट सुनने पड़े जिससे वो बीच कोर्ट बुरी तरह रोने लगीं।
कैलिफोर्निया, अमेरिका में हो रहे टूर्नामेंट के दूसरे दौर के मुकाबले में नेओमी रूस की वेरोनिका कुदेरमेतोवा के खिलाफ खेल रहीं थीं। नेओमी को मैच में 0-6, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। पहला सेट हारने के बाद दूसरे सेट के दौरान ऐरिना में मौजूद एक दर्शक ने उनके खेल को लेकर जोर से कुछ टिप्पणी की और कई बार उनका ध्यान भटकाने की कोशिश की। नेओमी ने खुद चेयर अंपायर के पास जाकर उस दर्शक को बाहर निकालने के लिए आग्रह भी किया, लेकिन चेयर अंपायर ने कहा कि हजारों की मौजूदगी में यह निश्चित नहीं किया जा सकता कि वो कौन सी दर्शक है।
आमतौर पर शुरुआती दौर के मैचों के बाद खिलाड़ी माइक पर कुछ नहीं कहते। लेकिन मैच हारने के बाद नेओमी ने चेयर अंपायर से उनका माइक मांगा और रोते-रोते अपना दर्द साझा किया। नेओमी ने सबसे पहले वहां मौजूद दर्शकों का धन्यवाद किया, लेकिन उन्हें ये भी याद दिलाया कि कुछ साल पहले वीनस और सेरेना विलियम्स को इसी टूर्नामेंट के दौरान कुछ भद्दी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था। नेओमी बेहद परेशान दिखीं और उनके आंसू लगातार छलक रहे थे।
हालांकि वहां मौजूद सुपरवाइजर ने उनसे अनुरोध किया कि उन्हें देखने आए 10 हजार दर्शकों में से 1 ने अगर कुछ बुरा कहा है तो नेओमी बाकि 9 हजार 999 दर्शकों के प्यार को याद रखें और उन्हें हौसला देने की कोशिश की। नेओमी के साथ हुई हरकत और उनके आंसुओं के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में फैंस की प्रतिक्रियाओं का अंबार लग गया।
इंडियन वेल्स यानि बीएनपी परिबास ओपन नामक टूर्नामेंट को टेनिस जगत में पांचवे ग्रैंड स्लैम के रूप में भी लोकप्रियता हासिल है। तीन साल बाद टूर्नामेंट में वापसी कर रही जापान की नेओमी ने साल 2018 में यहां सिंगल्स का खिताब जीता था। पहले दौर में नेओमी ने पूर्व यूएस ओपन चैंपियन स्लोन स्टीफन्स को हराया था।
ये कैसे फैंस ?
नेओमी के साथ हुई ये हरकत पहली नहीं है। साल 2018 में यूएस ओपन के फाइनल में नेओमी ने सेरेना विलियम्स को हराया। उस मैच के दौरान वहां मौजूद दर्शकों ने नेओमी को काफी बू किया था। उनका बर्ताव इतना खराब था कि मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी के दौरान भी दर्शक नेओमी को बू कर रहे थे और सेरेना को दर्शकों से अपील करनी पड़ी कि 19 साल की नेओमी के साथ ऐसा न करें। नेओमी काफी समय से मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बोलती रही हैं।2021 में फ्रेंच ओपन के दौरान नेओमी ने घोषणा की कि वह मैच के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस अटेंड करने में सहज महसूस नहीं करतीं इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करेंगी। पहले मैच के बाद जब वो प्रेस के सामने नहीं आईं तो उनपर आयोजकों ने फाइन लगाया। अगले ही दिन नेओमी ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया।
ये समझना जरूरी है कि खिलाड़ी भी इंसान ही होते हैं और उनपर प्रदर्शन का सबसे ज्यादा दबाव होता है। ऐसे में भले ही किसी व्यक्ति को कोई खिलाड़ी पसंद न हो, लेकिन कम से कम खेल के प्रति इज्जत रखते हुए किसी खिलाड़ी को नीचा दिखाने का प्रयास करना उस खिलाड़ी को तोड़ सकता है। नेओमी के मामले ने हमें यही सबक दिया है। एक खिलाड़ी जो कोर्ट पर अपना खेल और टैलेंट सभी के सामने रखता है, जिसने किसी फैन का निजी नुकसान नहीं किया, उसपर निजी टिप्पणी करना वो भी मैच के दौरान बेहूदा हरकत है। 24 साल की एक युवा खिलाड़ी को अगर बीच मैच में आंसू छलकाने पर मजबूर होना पड़ता है तो ये इस खेल की हार है।