हाल ही में अपने टेनिस करियर के खत्म होने की घोषणा करने वाले पूर्व विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी रॉजर फेडरर ने एक और ट्वीट कर हैरानी जताई है कि उनकी खेलों की ये यात्रा इतनी लंबी चली। फेडरर ने ट्विटर पर अपने परिवार के साथ तस्वीरें साझा की और टेनिस के इस सफर को अद्भुत बताया।
फेडरर ने अपनी पत्नी मिर्का, पिता रॉबर्ट और मां लिनेट के साथ तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट किया है। फेडरर ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि जब वह अपने संन्यास की घोषणा कर रहे थे तो उनका परिवार उनके साथ ही था। गौरतलब है कि 15 सितंबर 2022 को फेडरर ने सोशल मीडिया पर अपना रिकॉर्डेड और लिखित संदेश पोस्ट कर 24 साल लंबे टेनिस करियर को अलविदा कहने का फैसला किया।
![फेडरर के रिटायरमेंट की खबर स्विट्जरलैंड के हर प्रमुख अखबार में छपी।](https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=190 190w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=720 720w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=640 640w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=1045 1045w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=1200 1200w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=1460 1460w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg?w=1600 1600w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/d4973-16634360762850-1920.jpg 1920w)
8 अगस्त 1981 को स्विट्जरलैंड में जन्में फेडरर का परिवार काफी प्रभुत्व वाले परिवार से रहा है जिसमें राजनेता से लेकर बड़े पादरी आदि भी शामिल रहे हैं। फेडरर की मां दक्षिण अफ्रीका से हैं, और इस कारण उनके पास स्विस नागरिकता के साथ ही दक्षिण अफ्रीकी नागरिकता भी है। फेडरर ने हमेशा ही माना है कि उनके खेल के निखरने में परिवार का बेहद अहम योगदान रहा है। अपने रिटायरमेंट के संदेश में भी फेडरर ने अपनी पत्नी, माता-पिता और चारों बच्चों का विशेष रूप से धन्यवाद किया था।
![फेडरर का मैच देखतीं उनकी पत्नी मिर्का (डेनिम जैकेट में ) और उनके चार बच्चे।](https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=190 190w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=720 720w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=640 640w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=1045 1045w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=1200 1200w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=1460 1460w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg?w=1600 1600w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/375f5-16634362006363-1920.jpg 1920w)
बचपन में ही टेनिस के लिए रुचि दिखा चुके फेडरर ने 1992 और 1993 में अपने शहर बेसल में होने वाली एटीपी प्रतियोगिता में बतौर बॉल ब्वॉय भी काम किया। फेडरर बास्केटबॉल और बैडमिंटन के खिलाड़ी भी रह चुके हैं और इसे अपने बेहतरीन Hand-Eye Coordination का असली कारण मानते हैं। साल 1996 में फेडरर ने स्विट्जरलैंड में ही अपना पहला जूनियर मैच खेला। दो साल बाद 1998 में फेडरर विम्ब्लडन के बालक वर्ग के चैंपियन बने। उन्होंने सिंगल्स और डबल्स, दोनों ही वर्ग में जूनियर स्तर का ये खिताब जीता। यही नहीं, इसके बाद यूएस ओपन के बालक वर्ग फाइनल में भी पहुंचे।
![विम्बल्डन बालक वर्ग के जूनियर खिताब के साथ फेडरर।](https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=190 190w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=720 720w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=640 640w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=1045 1045w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=1200 1200w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=1460 1460w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg?w=1600 1600w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/09/1ff56-16634246758981-1920.jpg 1920w)
जूनियर वर्ग में विश्व नंबर 1 रहने वाले फेडरर ने 1998 में ही अपने देश में हुए गस्टाड ओपन के जरिए प्रोफेशनल एटीपी करियर की शुरुआत की और इसके बाद 24 सालों में टेनिस की दुनिया में अपने खेल से गहरी छाप छोड़ी।