टॉप सीड स्पेन के कार्लोस अल्कराज ने इंडियन वेल्स मास्टर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। 19 साल के अल्कराज ने अमेरिका में हुई प्रतियोगिता के पुरुष सिंगल्स फाइनल में रूस के डेनिल मेदवेदेव को 6-3, 6-2 के अंतर से हराकर पहली बार इस खिताब को जीता। यही नहीं, इस जीत के साथ नई एटीपी रैंकिंग में अल्कराज एक बार फिर से विश्व नंबर 1 बन गए हैं। उन्होंने नोवाक जोकोविच को पछाड़कर सर्वोच्च रैंक हासिल की।
पूर्व विश्व नंबर 1 मेदवेदेव के खिलाफ कार्लोस अल्कराज को जीतने में ज्यादा मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा। इसी के साथ अल्कराज ने इस सीजन मेदवेदेव की लगातार 19 जीत का सिलसिला भी तोड़ दिया। खास बात यह है कि अल्कराज ने इस बार पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट नहीं गंवाया।
अल्कराज पिछले साल यूएस ओपन जीतने के बाद पहली बार एटीपी रैंकिंग में टॉप पर आए थे और इतिहास के सबसे युवा नंबर 1 खिलाड़ी भी बने। जीत के बाद विश्व नंबर 1 होने की खुशी अल्कराज ने सभी के सामने जाहिर की। उन्होंने कहा,
यह मेरे लिए काफी मायने रखता है। वापस विश्व नंबर 1 बनना अपने आप में बेहद खास है। लेकिन उससे भी ज्यादा खास है इस खिताब को अपने हाथों में लेना। मुझे यह टूर्नामेंट बेहद पसंद है। मैंने यहां काफी अच्छा महसूस किया और फैंस से पूरे टूर्नामेंट के दौरान काफी प्यार मिला।
अल्कराज के करियर का यह तीसरा मास्टर्स खिताब है। इससे पहले पिछले साल उन्होंने मियामी मास्टर्स और मेड्रिड मास्टर्स का खिताब भी जीता था। एक टीनएजर के रूप में तीन मास्टर्स खिताब जीतने वाले अल्कराज दूसरे खिलाड़ी हैं। यह रिकॉर्ड सबसे पहले स्पेन के राफेल नडाल ने बनाया था जिन्होंने 20 साल की उम्र पूरी करने से पहले ही 6 एटीपी 1000 टाइटल अपने नाम कर लिए थे।
वहीं हारने के बावजूद पूर्व विश्व नंबर 1 मेदवेदेव ने अल्कराज के खेल की काफी तारीफ की। मेदवेदेव और अल्कराज इससे पहले 2021 में विम्बल्डन में भिड़े थे जहां मेदवेदेव को जीत मिली थी। इंडियन वेल्स टूर्नामेंट के दौरान मेदवेदेव ने हर मैच के दौरान इस कोर्ट के खराब होने की शिकायत की, और उनका यह गुस्सा मजाकिया अंदाज में फाइनल मैच के बाद भी सामने आया। फिलहाल मेदवेदेव और अल्कराज की नजर अगले हफ्ते शुरु हो रहे मियामी ओपन मास्टर्स पर है जहां अल्कराज बतौर डिफेंडिग चैंपियन उतरेंगे।