एंडी मरे एटीपी इवेंट के पहले दौर में हुए बाहर

एंडी मरे
एंडी मरे

एंडी मरे मंगलवार को मोंटपीलर में एटीपी इवेंट के पहले राउंड में बाहर हो गए जब उन्‍हें बेलारूसिया के इगोर गेरासिमोव ने सीधे सेटों में मात दी। पूर्व नंबर-1 एंडी मरे ने पहला सेट कड़ा खेलते हुए 6-7 (10/8) के अंतर से गंवाया, लेकिन दूसरे सेट में 83वीं रैंक वाले गेरासिमोव ने उन्‍हें एकतरफा अंदाज में 6-1 से पटखनी दी। कोविड-19 पॉजिटिव निकलने के बाद ऑस्‍ट्रेलियन ओपन से हटने वाले एंडी मरे अक्‍टूबर के बाद पहला एटीपी टूर खेल रहे थे। 33 साल के एंडी मरे को इस महीने की शुरूआत में इटली के इल्‍या मारचेंको के हाथों दूसरे टियर के चैलेंजर टूर्नामेंट के फाइनल में शिकस्‍त मिली थी।

मरे मंगलवार को गेरासिमोव के खिलाफ सातवें गेम में ब्रेक के कारण पिछड़ रहे थे, लेकिन उन्‍होंने जोरदार वापसी करते हुए टाई-ब्रेक किया। एंडी मरे ने एक मौका छोड़ दिया, जिसकी वजह से सेट ब्रेकर में चला गया, लेकिन उनके विरोधी ने चौथे सेट प्‍वाइंट में इसे खींच दिया। दूसरे सेट में मुकाबला एकतरफा रहा क्‍योंकि एंडी मरे को मैच प्‍वाइंट बचाना था। तीन बार के ग्रैंड स्‍लैम चैंपियन एंडी मरे विश्‍व रैंकिंग में 121वें स्‍थान पर हैं और वह पिछले कुछ समय में हिप व ग्रोइन चोट से जूझते आ रहे हैं।

एंडी मरे को मिली थी वाइल्‍ड कार्ड एंट्री

एंडी मरे पूर्व नंबर-1 और इस समय 123वीं रैंकिंग पर हैं। एंडी मरे ने दो बार हिप इंजुरी का ऑपरेशन कराया और तब से कोर्ट पर वापसी करने को लेकर संघर्षरत हैं। एंडी मरे ने आखिरी बार स्‍पेन में मार्लोका में अगस्‍त 2019 में चैलेंजर इवेंट में हिस्‍सा लिया था।

पूर्व विश्‍व नंबर-1 एंडी मरे ने हाल ही में कहा था कि उन्‍होंने साल के पहले ग्रैंड स्‍लैम ऑस्‍ट्रेलियन ओपन से अपना नाम वापस लेने का फैसला किया है क्‍योंकि वह कोरोना वायरस से पूरी तरह ठीक नहीं हो पाए हैं। एंडी मरे ने एकांतवास की अवधि पूरी की और उम्‍मीद जताई थी कि ऑस्‍ट्रेलियन ओपन में हिस्‍सा लेंगे। मगर एंडी मरे ने कहा कि उन्‍हें ऑस्‍ट्रेलिया जाकर दोबारा क्‍वारंटीन होने का जरिया नहीं मिल रहा है।

33 साल के एंडी मरे का टूर्नामेंट से नाम वापस लेना उनके लिए झटके वाला फैसला है क्‍योंकि वह ग्रैंड स्‍लैम में वापसी नहीं कर पा रहे हैं। एंडी मरे 2017 से ग्रैंड स्‍लैम के दूसरे राउंड को पार नहीं कर पाए हैं और वह हिप इंजुरी से परेशान रहे हैं। एंडी मरे ने 2016 में आखिरी बार किसी ग्रैंड स्‍लैम के फाइनल में प्रवेश किया था। तब उन्‍होंने विंबलडन खिताब जीता था।