पूर्व विश्व नंबर 1 खिलाड़ी ब्रिटेन के एंडी मरे ने अपने खराब फॉर्म को सही करने और कोर्ट पर बेहतर वापसी के लिए पुराने कोच ईवान लेंडल को एक बार फिर अपने साथ शामिल किया है। लेंडल पहले दो मौकों पर मरे के हेड कोच रह चुके हैं। दिसंबर 2021 में अपने पुराने कोच जेमी डेलगाडो से अलग होने के बाद से ही मरे नए कोच की तलाश में थे और ऐसे में लेंडल की उपलब्धता उनके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। मरे ने अपने करियर के तीनों ग्रैंड स्लैम लेंडल की कोचिंग के दौरान ही जीते। ऐसे में मरे अपनी फॉर्म वापस पाने की पूरी उम्मीद में हैं।
मरे ने लेंडल की देखरेख में अपने करियर का पहला सिंगल्स ग्रैंड स्लैम साल 2012 में यूएस ओपन के रूप में जीता था। इसके बाद लेंडल के साथ रहते हुए ही 2013 में मरे ने विम्बल्डन का खिताब अपने नाम किया। साल 2014 में मरे ने लेंडल से अलग होने का फैसला किया। फिर दो साल बाद 2016 में मरे ने लेंडल का हाथ दोबारा थामा और इसी साल अपना दूसरा विम्बल्डन और तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। साल 2016 का सीजन मरे ने विश्व नंबर 1 खिलाड़ी के रूप में रहकर खत्म किया। 2016 में लेंडल के साथ रहते हुए ही मरे ने रियो ओलंपिक का गोल्ड भी जीता और लगातार दो ओलंपिक टेनिस गोल्ड जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी भी बने।
साल 2017 की शुरुआत से ही हिप इंजरी की वजह से मरे काफी परेशान रहे, इसी साल नवंबर में लेंडल मरे की टीम से अलग हो गए। इसके बाद से ही मरे के प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखने को मिली है। 2018 में मरे ब्रिटेन की रैंकिंग लगातार गिरती रही। यहां तक कि उनकी एटीपी रैंकिंग 839 पर आ गई। साल 2019 में मरे को फिर हिप इंजरी हुई और उन्होंने रिटायरमेंट तक का प्लान बना लिया था। लेकिन चोट से उबरने के बाद मरे ने क्वींस चैंपियनशिप का डबल्स खिताब जीता। साल 2020 और 2021 में मरे ने टूर्नामेंटों में भाग लेते हुए वापसी की कोशिश की लेकिन कोई खिताब नहीं जीत पाए हैं। मरे का नाम एक समय रॉजर फेडरर, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच के साथ Big Four में लिया जाता था, लेकिन समय के साथ जोकोविच, नडाल और फेडरर काफी आगे निकल गए, और मरे का खेल काफी पीछे रह गया।
अब मरे इंडियन वेल्स और मियामी ओपन के बाद अमेरिका में ही रुकने वाले हैं और लेंडल के साथ प्रैक्टिस करेंगे। मौजूदा समय में मरे की रैंकिंग 84 है और वो फिलहाल हर बड़े टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं। हालांकि कुछ ही दिन पहले मरे ने ये ऐलान किया था कि वो साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन में नहीं खेलेंगे क्योंकि क्ले कोर्ट पर चोट का खतरा ज्यादा होता है। फिर भी अब फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि पुराने कोच के साथ मिलकर मरे दोबारा अपने करियर में नई जान भर सकें।