विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी ऐश्ली बार्टी ने लिया खेल से संन्यास, फैंस समेत सभी दिग्गज हैरान

ऐश्ली बार्टी मौजूदा विम्बल्डन और ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन हैं और सिर्फ 25 साल की हैं।
ऐश्ली बार्टी मौजूदा विम्बल्डन और ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन हैं और सिर्फ 25 साल की हैं।

WTA रैंकिंग में दुनिया की नंबर 1 महिला टेनिस खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की ऐश्ली बार्टी (Ash Barty) ने प्रोफेशनल टेनिस से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर सभी को चौंका दिया है। 3 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता बार्टी ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन के रूप में तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था और फिलहाल दुनिया की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाली महिला खिलाड़ी हैं। बार्टी की उम्र महज 25 साल है और वो पिछले कुछ सालों में टेनिस कोर्ट में कदम रखने वाली सबसे दमदार खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं। ऐसे में उनके रिटायरमेंट की खबर सुनकर फैंस समेत टेनिस जगत के बड़े-बड़े दिग्गज भी हैरान हैं।

ऐश्ली बार्टी ने एक वीडियो के जरिए यह बताने की कोशिश की है कि आखिर उन्होंने इतनी कम उम्र और विश्व नंबर 1 रहते हुए भी ये फैसला क्यों लिया। बार्टी के मुताबिक उनके लिए ये फैसला आसान नहीं था लेकिन अब उनमें शारीरिक और मानसिक रूप से वो ड्राइव नहीं बची जो उन्हें जीतने के लिए प्रेरित करे।

बार्टी ने साफ किया है कि वो अपने फैसले से खुश हैं और संतुष्ट भी।
बार्टी ने साफ किया है कि वो अपने फैसले से खुश हैं और संतुष्ट भी।

बार्टी के फैसले के बाद दुनियाभर के टेनिस प्रेमी और कई बड़े खिलाड़ी उन्हें बधाई देते सोशल मीडिया पर देखे जा रहे हैं।

अद्भुत करियर की मालकिन हैं बार्टी

ऐश्ली बार्टी का करियर बेहद अद्भुत रहा है। बचपन से ही खेलों में रुचि रखने वाली बार्टी टेनिस के जूनियर वर्ग में विश्व नंबर 2 तक की रैंकिंग तक पहुंची और साल 2011 में विम्बल्डन का जूनियर बालिका वर्ग का खिताब भी जीता।

साल 2014 में किन्हीं कारणों से बार्टी ने टेनिस से कुछ सालों का ब्रेक लिया और इस दौरान उन्होंने क्रिकेट के खेल में भी हाथ आजमाया। साल 2016 में टेनिस में वापसी के बाद उन्होंने 2018 यूएस ओपन का डबल्स खिताब जीता। 2019 में फ्रेंच ओपन का महिला सिंगल्स जीतकर अपना पहला सिंगल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। पिछले साल यानी 2021 में बार्टी ने विम्बल्डन का खिताब अपने नाम किया और इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता।

खास बात ये है कि तीनों सिंगल्स ग्रैंड स्लैम उन्होंने अलग-अलग कोर्ट पर जीते और अलग-अलग सालों में। यही नहीं अपने करियर में वो इन तीनों ग्रैंड स्लैम के फाइनल में भी पहली बार पहुंची। बार्टी कुल 120 हफ्तों तक विश्व नंबर 1 खिलाड़ी रहीं और अब रिटायरमेंट के समय भी वो नंबर एक की कुर्सी पर ही काबिज हैं।