भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स में विजयी शुरुआत की है। सानिया-रोहन की जोड़ी ने पहले दौर में ऑस्ट्रेलिया के जेमी फोरली और लुक सैविल की जोड़ी को सीधे सेटों में 7-5, 6-3 से मात दी। मैच के दौरान भारतीय जोड़ी का आपसी तालमेल काफी अच्छा दिखा।
पहले सेट में सानिया-रोहन को अच्छी चुनौती मिली लेकिन दूसरे सेट में भारतीय जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी की सर्विस दो बार ब्रेक की। भारतीय जोड़ी ने मैच के दौरान 5 एस लगाए और सर्व के मामले में भी विरोधी जोड़ी से बेहतर रहे। जीत के बाद दोनों खिलाड़ी अपने बच्चों को लेकर कोर्ट पर आए और फैंस को ऑटोग्राफ दिए। रोहन बोपन्ना एक दिन पहले ही पुरुष डबल्स के पहले दौर में हारकर बाहर हुए हैं।
सानिया मिर्जा अपने करियर का आखिरी ग्रैंड स्लैम खेल रही हैं। वह महिला डबल्स में दूसरे दौर में पहुंच चुकी हैं और अब मिक्स्ड डबल्स में भी आगे बढ़ गई हैं। सानिया अगले महीने दुबई ड्यूटी फ्री टूर्नामेंट के जरिए करियर को विराम देकर प्रोफेशनल टेनिस से संन्यास लेंगी और ऐसे में यह टूर्नामेंट उनके लिए बेहद खास है। सानिया मिर्जा ने साल 2009 में महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाते हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीता था।
वहीं पुरुष डबल्स में भी भारत के लिए अच्छी खबर आई। जीवन नेदुन्जेगियन और एन श्रीराम बालाजी की भारतीय जोड़ी ने दूसरे दौर में जगह बना ली है। भारतीय जोड़ी ने बड़ा उलटफेर करते हुए पांचवी सींड क्रोएशिया के ईवान डॉडिज और अमेरिका के ऑस्टिन क्राजिचेक को 7-6, 2-6, 6-4 से मात दी। ईवान-ऑस्टिन की जोड़ी पिछले साल फ्रेंच ओपन की उपविजेता रही थी जबकि ईवान 2021 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में पुरुष डबल्स का खिताब भी जीत चुके हैं।
7 सालों का लंबा इंतजार
भारत के लिए साल 2016 में किसी खिलाड़ी ने आखिरी बार ग्रैंड स्लैम डबल्स खिताब जीता था। तब लिएंडर पेस ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन हासिल किया था। खास बात ये है कि उन्होंने सानिया मिर्जा और उनके जोड़ीदार ईवान डोडिज को मात देकर इसे जीता था। ऑस्ट्रेलियन ओपन की बात करें तो साल 2016 में ही सानिया मिर्जा ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर महिला डबल्स का खिताब यहां जीता था और उसके बाद कोई भारतीय ऑस्ट्रेलियन ओपन में नहीं जीता है। रोहन बोपन्ना साल 2018 में यहां मिक्स्ड डबल्स के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन हारकर उपवेजिता रहे।