दुनिया के दूसरे नंबर के टेनिस खिलाड़ी रूस के डेनिल मेदवेदेव मियामी ओपन के क्वार्टर-फाइनल में पहुंच गए हैं। मेदवेदवे ने चौथे दौर में अमेरिका के जेसन ब्रूक्सबी को 7-5, 6-1 से हराया। टूर्नामेंट में पहली वरीयता प्राप्त मेदवेदेव क्वार्टर-फाइनल मैच जीत जाते हैं तो दोबारा एटीपी रैंकिंग में नंबर 1 पर आ जाएंगे और सर्बिया के नोवाक जोकोविच नंबर 2 पर खिसक जाएंगे।
मेदवेदेव के अलावा टूर्नामेंट में दूसरी वरीयता प्राप्त जर्मनी के एलेग्जेंडर ज्वेरेव भी क्वार्टरफाइनल में पहुंच गए हैं। ज्वेरेव ने ऑस्ट्रेलिया के गैर वरीय थनासी कोकिनाकिस को 6-4, 6-4 से हराते हुए अंतिम 8 में जगह बनाई। 2018 में मियामी ओपन में उपविजेता रहे ज्वेरेव साल 2019 और 2021 में दूसरे ही दौर में बाहर हो गए थे। ऐसे में इस बार का प्रदर्शन पूर्व के मुकाबले बेहतर है। क्वार्टर-फाइनल में ज्वेरेव नॉर्वे के कैस्पर रूड से भिड़ेंगे जिन्होंने ब्रिटेन के कैमरुन नॉरी को सीधे सेटों में मात दी।
किर्गियोस पर गुस्सा पड़ा भारी, चौथे दौर में हारे
9वीं वरीयता प्राप्त इटली के जैनिक सिनर ने ऑस्ट्रेलिया के वाइल्ड कार्ड धारक निक किर्गियोस को 7-6, 6-3 से हराते हुए अंतिम 8 में स्थान पक्का किया। मैच के दौरान कई मौकों पर किर्गियोस प्वाइंट गंवाते हुए गुस्सा निकालते दिखे।
एक समय तो उन्होंने गुस्से में अपना रैकेट जोर से पटका। मैच के बीच में एक दर्शक उनके साथ सेल्फी लेने कोर्ट में आ गया। किर्गियोस पूरे समय चेयर अंपायर पर झुंझलाहट निकालते रहे। ऐसे में पहला सेट 7-6 से खत्म होने के बाद जब किर्गियोस की बद्तमीजी कम नहीं हुई तो चेयर अंपायर ने दूसरे सेट का पहला गेम पेनेल्टी के रूप में सिनर को दे दिया और किर्गियोस बिना खेल शुरु हुए 1-0 से पीछे हो गए। खास बात ये रही कि 20 साल के जैनिक सिनर ने किर्गियोस की हरकतों पर कोई ध्यान नहीं दिया और पूरे मैच पर फोकस करते हुए मुकाबला अपने नाम किया।
एक अन्य मैच में अर्जेंटीना के 23 साल के फ्रांसिस्को सेरुनडोलो ने 28वीं वरीयता प्राप्त अमेरिका के फ्रांसेस टियाफो को 6-7, 7-6, 6-2 से हराया। पहली बार किसी एटीपी 1000 मास्टर्स के मेन ड्रॉ में खेल रहे फ्रांसिस्को के लिए अंतिम 8 में पहुंचना काफी बड़ी उपलब्धि है।