नाओमी ओसाका ने स्‍टुटगार्ट डब्‍ल्‍यूटीए टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लिया

नाओमी ओसाका
नाओमी ओसाका

है। टूर्नामेंट के आयोजकों ने इस बात की पुष्टि कर दी है। स्‍टुटगार्ट आयोजकों ने एक बयान जारी करके कहा, 'नाओमी ओसाका अब यूरोपीय क्‍ले कोर्ट सीजन की शुरूआत मई में करेंगी।' साउथ-वेस्‍ट जर्मनी में 17-25 अप्रैल तक होने वाला य‍ह टूर्नामेंट कोरोना वायरस महामारी के कारण दर्शकों की बिना मौजूदगी में खेला जाएगा। यह यूरोप में पहली तरह का क्‍ले कोर्ट इवेंट होगा, जिससे फ्रेंच ओपन की तैयारी कर सकते हैं। इस साल फ्रेंच ओपन 23 मई से शुरू होगा।

नाओमी ओसाका ने पिछले महीने 2021 का अपना पहला ग्रैंड स्‍लैम खिताब जीता था, जब उन्‍होंने ऑस्‍ट्रेलियन ओपन के फाइनल में अमेरिका की जेनिफर ब्राडी को मात दी थी। बहरहाल, ओसाका के नाम वापस लेने के बावजूद स्‍टुटगार्ट ओपन में दुनिया की शीर्ष-10 महिला खिलाड़‍ियों के हिस्‍सा लेने की उम्‍मीद है। गत चैंपियन पेट्रा क्विटोवा, सिमोन हालेप, सोफिया केनिन, एलिना स्‍वीतोलिना, एरिना सबालेंका और 2018 स्‍टुटगार्ट विजेता कैरोलिना प्‍लिसकोवा के इस टूर्नामेंट में हिस्‍सा लेने की उम्‍मीद है।

नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनना चाहती हैं ओसाका

ऑस्‍ट्रेलियन ओपन चैंपियन नाओमी ओसाका ने कहा कि वह अगली पीढ़ी के लिए आदर्श बनने पर सहज महसूस कर रही हैं। नाओमी ओसाका ने टेनिस के नए युग में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। नाओमी ओसाका ने चार ग्रैंड स्‍लैम खिताब जीते हैं। 23 साल की उम्र में चार प्रमुख खिताब जीतने वाली जापानी स्‍टार नाओमी ओसाका ने जोर देकर कहा कि 39 साल की सेरेना विलियम्‍स अब भी महिला टेनिस का चेहरा हैं।

यह पूछने पर कि सेरेना विलियम्‍स को लाइम लाइट के मामले में पीछे छोड़ पाएंगी तो ओसाका ने जवाब दिया, 'नहीं बिलकुल नहीं।' उन्‍होंने साथ ही कहा कि वह अपने आप से ईमानदार रहना चाहती हैं। ओसाका ने कहा, 'मैंने कोई के अंदर और बाहर काफी कुछ सीखा है और अपने आप के बारे में सुनिश्चित नहीं रहना ठीक है। मैं जहां हूं, वहां शांति में हूं और ईमानदारी की बात महामारी में ग्रैंड स्‍लैम में खेलकर खुश हूं।'

ओसाका ने कहा कि व्‍यक्ति के रूप में प्रगति कर रही हैं, लेकिन युवाओं के लिए प्रेरणा बनना चाहती हैं। नाओमी ओसाका ने कहा, 'पहले मुझे महसूस हुआ कि यह बहुत मजबूत जिम्‍मेदारी है और मैं बहुत डरी हुई थी और नर्वस भी थी। यह बड़ा सम्‍मान है कि मेरे जैसे बच्‍चे भी हैं, जो मेरा मैच देखने आते हैं और मुझे चीयर करते हैं। मगर उसी समय मैं खुद को अपने आप पर ज्‍यादा हावी नहीं होने देती।'

Edited by Vivek Goel
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