भारत की टॉप टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने अपने करियर को आखिरकार विराम दे दिया है। मिर्जा ने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप के महिला डबल्स के पहले दौर में हार के साथ टेनिस करियर का आखिरी मुकाबला खेला। सानिया और उनकी जोड़ीदार अमेरिका की मैडिसन कीज को पहले दौर में रूस की वेरोनिका कुदेरमेतोवा-लियुदमिला सैमसनोवा की जोड़ी ने 6-4, 6-0 से मात दी। अपने करियर में 6 डबल्स ग्रैंड स्लैम जीत चुकी सानिया ने इसी साल जनवरी में आधिकारिक रूप से रिटायरमेंट की घोषणा की थी।
सानिया-कीज की जोड़ी ने रूसी जोड़ी के खिलाफ 1 घंटे तक संघर्ष किया। पहले सेट में दोनों ही जोड़ियों की टक्कर बराबर रही। एक समय स्कोर 4-4 से बराबर था। लेकिन इसके बाद रूसी जोड़ी ने सानिया-कीज की सर्विस ब्रेक की और फिर सेट अपने नाम किया। दूसरे सेट में रूसी जोड़ी ने शुरुआत में ही ब्रेक प्वाइंट जीता और इसके बाद सानिया-कीज को कोई मौका नहीं दिया।
सानिया मिर्जा ने साल 2003 में महज 18 वर्ष की उम्र में प्रोफेशनल टेनिस में अपना पहला मैच खेला था। अपने दमदार फोरहैंड के लिए सानिया दुनियाभर में मशहूर हैं और पिछले 22 सालों में अपने करियर में उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की। 36 साल की सानिया भारत और एशिया समेत दुनिया की बेहद सफल टेनिस खिलाड़ियों में शामिल हैं।
सानिया ने महिला डबल्स में साल 2015 में विम्बल्डन, 2015 में ही यूएस ओपन और 2016 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता। खास बात यह है कि तीनों बार उनकी जोड़ीदार पूर्व विश्व नंबर 1 सिंगल्स खिलाड़ी स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस रहीं। साल 2011 में वह फ्रेंच ओपन में उपविजेता रहीं। वहीं मिक्स्ड डबल्स में साल 2009 में महेश भूपति के साथ उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता।
2012 में भूपति के साथ ही वह फ्रेंच ओपन विजेता बनीं। साल 2014 में ब्राजील के ब्रूनो सोआरेस के साथ उन्होंने फ्रेंच ओपन जीता। सानिया कुल 5 बार अलग-अलग ग्रैंड स्लैम की मिक्स्ड डबल्स उपविजेता भी रहीं। इसी साल अपने आखिरी ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिक्स्ड डबल्स फाइनल में वह भारत के रोहन बोपन्ना के साथ उपविजेता बनीं।
सानिया के शानदार करियर के खत्म होने पर फैंस और कई मशहूर हस्तियां उन्हें सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं दे रही हैं। हालांकि सानिया ने यह सुनिश्चित किया है कि वह पूरी तरह खेलों को अलविदा नहीं कह रही हैं। सानिया ने हाल ही में दुबई में अपनी टेनिस अकादमी शुरु की है। माना जा रहा है कि वह इसे अपना समय देंगी। साथ ही महिला इंडियन प्रीमियर लीग में बेंगलुरु की टीम में बतौर मेंटर भी वह अपनी सेवाएं देंगी।