भारत की सानिया मिर्जा अमेरिका में खेली गई चार्ल्सटन ओपन टेनिस प्रतियोगिता के महिला डबल्स फाइनल में हार कर खिताब से चूक गईं। 35 वर्षीय सानिया और उनकी चेक रिपब्लिकन जोड़ीदार लूसी ह्रादेका को फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त स्लोवेनिया की आंद्रेया क्लेपाक और पोलैंड की माग्दा लिनेट ने तीन सेट तक चले मैच में 6-2, 4-6, 10-7 से मात दी।
![विजयी शॉट के बाद जश्न मनातीं आंद्रेया-लिनेट की जोड़ी।](https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=190 190w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=720 720w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=640 640w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=1045 1045w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=1200 1200w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=1460 1460w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg?w=1600 1600w, https://staticg.sportskeeda.com/editor/2022/04/1360d-16496561778757-1920.jpg 1920w)
पहले सेट में आसानी से हार के बाद सानिया-लूसी ने दूसरे सेट में जबरदस्त वापसी कर जीत दर्ज की। मुकाबला तीसरे सेट के टाईब्रेकर में गया। यहां भी दोनों जोड़ियों ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी लेकिन आखिरकार 10-7 से जीत आंद्रेया-लिनेट की हुई। खास बात ये है कि आंद्रेया-लिनेट ने टूर्नामेंट में नाम दिए जाने की डेडलाइन से 10 मिनट पहले ही अपनी जोड़ी बनाई थी, और इसका खुलासा उन्होंने पुरस्कार वितरण के समय किया।
तीसरी बार हारीं लूसी
सानिया मिर्जा इससे पहले साल 2011 और 2015 में टूर्नामेंट के डबल्स फाइनल में पहुंची थीं, और दोनों ही बार अपनी पार्टनर खिलाड़ियों के साथ विजयीं रहीं थीं। ऐसे में फैंस उम्मीद कर रहे थे कि तीसरी बार भी वो इस टूर्नामेंट का टाइटल अपने साथ लेकर आएंगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। इस सीजन को अपने प्रोफेशनल टेनिस करियर का आखिरी सीजन घोषित कर चुकी सानिया के फैंस को जरूर उनकी हार से काफी निराशा हुई। लेकिन सानिया की जोड़ीदार लूसी के लिए ये हार शायद ज्यादा दुख देने वाली है क्योंकि तीसरी बार वो महिला डबल्स के फाइनल में हारी हैं। लूसी सबसे पहले साल 2017 में अपने ही देश की कतरीना सिनियाकोवा के साथ फाइनल में हारीं थीं। तब भी उनका फाइनल तीन सेट तक चला था। इसके बाद पिछले साल ही हमवतन मारी बुजकोवा के साथ खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया जहां उन्हें फिर हार झेलनी पड़ी।