रोम चैलेंजर के फाइनल में पहुंचे भारत के सुमित नागल, फैंस से की मैच देखने की अपील

सुमित नागल ने आखिरी बार साल 2019 में कोई एटीपी चैंलेंजर खिताब जीता था।
सुमित नागल ने आखिरी बार साल 2019 में कोई एटीपी चैंलेंजर खिताब जीता था

सर्वोच्च सिंगल्स रैंकिंग प्राप्त भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल इटली में खेले जा रहे गार्डन ओपन एटीपी चैलेंजर यानी रोम चैलेंजर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। प्रतियोगिता में बतौर क्वालीफ़ायर एंट्री करने वाले सुमित ने सेमीफाइनल में उलटफेर कर आठवीं सीड बेल्जियम के जोरिस डे लूर को मात दी। सुमित ने कड़े मुकाबले में 2-6, 7-5, 6-4 से जीत दर्ज की।

एटीपी की विश्व रैंकिंग में नंबर 347 पर काबिज सुमित ने विश्व नंबर 198 जोरिस को कड़ी चुनौती दी। पहले सेट को आसानी से गंवाने के बाद सुमित ने बेहतरीन अंदाज में वापसी की और पूरे दो घंटे 35 मिनट तक चले मुकाबले में संघर्ष के साथ आखिरकार जीत दर्ज की। 25 साल के सुमित का सामना खिताबी मुकाबले में अब नीदरलैंड्स के जैस्पर डि जोंग से होगा जिनकी एटीपी रैंकिंग 234 है। सुमित ने ट्विटर पर विशेष संदेश पोस्ट कर फैंस से अपना मुकाबला देखने की अपील भी की है।

सुमित ने अपने प्रोफेशनल करियर में अभी तक कुल दो एटीपी चैलेंजर खिताब जीते हैं। साल 2017 में उन्होंने बेंगलुरु में खिताब जीता था जबकि 2019 में अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस एरिस में हुआ चैलेंजर टूर्नामेंट अपने नाम किया था। आखिरी बार पिछले साल भारत के प्रज्नेश गुन्नेश्वरन किसी एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे थे, हालांकि प्रज्नेश तब मोंटेरे ओपन के उपविजेता बने थे। 2021 में भारत के रामकुमार रामनाथन ने मनामा ओपन चैलेंजर जीता था और उनके बाद सुमित के पास बतौर भारतीय कोई एटीपी चैलंजर खिताब जीतने का मौका है।

हरियाणा के झज्जर के रहने वाले प्रज्नेश ने साल 2015 में विम्बल्डन का बालक वर्ग डबल्स खिताब जीता था। इसके बाद से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की ओर से भाग लेने वाले टॉप सिंगल्स खिलाड़ियों में वह शामिल रहे हैं। सुमित अगस्त 2020 में एटीपी रैंकिंग में नंबर 122 पर पहुंच गए थे जो उनके करियर की सबसे अच्छी सिंगल्स रैंकिंग है। फिलहाल सुमित रोम चैलेंजर के फाइनल में पहुंचने के कारण सोमवार को जारी होने वाली एटीपी रैंकिंग में टॉप 300 में शुमार हो जाएंगे।