भारत के रोहन बोपन्ना और उनके ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एब्डन की जोड़ी यूएस ओपन पुरुष डबल्स फाइनल में पहुंच गई है। सेमीफाइनल में छठी सीड भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ने फ्रांस के निकोलज महुत-पियर हर्बर्ट को 7-6, 6-2 से मात दी और बतौर जोड़ी पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम फाइनल में जगह बनाई। 43 साल की उम्र में किसी ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने वाले बोपन्ना सबसे उम्रदराज खिलाड़ी (ओपन एरा में) भी बन गए हैं।
रोहन बोपन्ना करियर में दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम पुरुष डबल्स खिताबी मुकाबले में पहुंचे हैं। खास बात यह है कि पिछली बार साल 2010 में वह यूएस ओपन में ही डबल्स फाइनलिस्ट बने थे। बोपन्ना और एब्डन की जोड़ी ने इसी साल विम्बल्डन के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। अब यह जोड़ी साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतने की कोशिश में है।
फाइनल में बोपन्ना-एब्डन का सामना तीसरी सीड अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के जो सेलिस्बेरी से होगा। राजीव-जो की जोड़ी लगातार दो बार से यहां पुरुष डबल्स का खिताब जीत रही है और ऐसे में बोपन्ना-एब्डन के लिए फाइनल मुकाबला काफी कड़ा रहने वाला है। फाइनल 8 सितंबर को भारतीय समयानुसार रात 9.30 बजे से खेला जाएगा।
बोपन्ना अपने करियर में साल 2017 फ्रेंच ओपन के रूप में इकलौता मिक्स्ड ग्रैंड स्लैम जीते हैं और यूएस ओपन फाइनल में होने वाला पुरुष डबल्स फाइनल उनके लिए काफी मायने रखता है। वहीं उनके जोड़ीदार मैथ्यू एब्डन साल 2022 में विम्बल्डन पुरुष डबल्स का खिताब जीत चुके हैं। ऐसे में बोपन्ना और एब्डन की जोड़ी फाइनल में कड़ी टक्कर दे सकती है।
10 साल से खिताब का इंतजार
लिएंडर पेस आखिरी भारतीय थे जिन्होंने किसी ग्रैंड स्लैम में पुरुष डबल्स का खिताब जीता हो। साल 2013 में पेस ने यूएस ओपन में ही चेक रिपब्लिक के रादेक स्तापनेक के साथ मिलकर डबल्स टाइटल जीता था। उसके बाद से ही भारत को कोई पुरुष डबल्स ग्रैंड स्लैम नहीं मिला है। ऐसे में बोपन्ना के पास 10 साल का इंतजार खत्म करने का सुनहरा मौका है।