पूर्व विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ऑस्ट्रेलिया में चल रहे एडिलेड इंटरनेशनल एटीपी 250 टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। जोकोविच ने पूर्व नंबर 1 रूस के डेनिल मेदवेदेव को मजेदार सेमिफाइनल मुकाबले में 6-3, 6-4 से मात दी। 35 साल के जोकोविच को इस बार बिना कोविड-19 वैक्सीन के ऑस्ट्रेलिया में एंट्री मिली है और साल के पहले ग्रैंड स्लैम से पूर्व वह खिताब जीत अपनी दावेदारी मजबूत करना चाहते हैं।
मेदवेदेव के खिलाफ मैच के दौरान एक समय जोकोविच का पैर मुड़ गया जिसके बाद लगने लगा कि शायद वह मैच से हट जाएंगे, लेकिन मेडिकल अटेंशन के बाद जोकोविच ने न सिर्फ मैच में वापसी की बल्कि सेट और मुकाबले को अपने नाम किया। मैच के दौरान एक मौके पर मेदवेदेव जोकोविच के लंगड़ाने की एक्टिंग करते भी दिखे। मैच की शुरुआत से ही जोकोविच का पलड़ा भारी रहा और उन्होंने काफी अच्छा खेल दिखाया।
डेनिल के साथ मुकाबला कभी आसान नहीं होता। आपको अपनी गति, अपनी स्किल लगातार बदलनी होती है। मेदवेदेव दुनिया के सबसे बेहतरीन सर्विस करने वाले खिलाड़ियों में शामिल हैं और उनके खिलाफ यह जीत काफी खास है।
अपने पैर में लगी चोट के बारे में जोकोविच ने फैंस को आश्वस्त किया कि यह कोई गंभीर चोट नहीं है और माना कि मैच लंबा चलने के कारण उन्हें हैमस्ट्रिंग में दिक्कत हो रही थी।
खुशकिस्मती है कि कोई भी गंभीर चोट नहीं आई। अगर चोट ज्यादा बड़ी होती तो मैं खेल ही नहीं पाता। मैंने मेडिकल टाइमआउट लिया और इससे मुझे काफी आराम मिल गया। मैं बस कोशिश कर रहा था कि ध्यान से खेलूं, और अपनी सर्विस न गवाउं। उम्मीद है कि हैमस्ट्रिंग के कारण फाइनल में मुझे दिक्कत नहीं आएगी।
जोकोविच की यह मेदवेदेव के खिलाफ खेले गए 13 मुकाबलों में 9वीं जीत है। उनका सामना फाइनल में सबेस्टियन कोर्डा से होगा जो अमेरिकी खिलाड़ी हैं।
22 साल के कोर्डा ने दूसरे सेमिफाइनल में जापान के योशिहोतो निशिओका के खिलाफ खेल रहे थे। मैच के दौरान कोर्डा 7-5, 1-0 से आगे थे जब निशिओका चोट के कारण मैच से हट गए।