सात बार चैम्पियन रह चुके रोजर फेडरर ने पहला दो सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी की और 11वीं बार विंबलडन के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। 1974 के बाद विंबलडन के अंतिम-4 में पहुंचने वाले 34 वर्षीय फेडरर सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी बन गए हैं।
उन्होंने सेन्टर कोर्ट पर खेले गए रोमांचक क्वार्टर फाइनल मुकाबले में नौवें वरीय क्रोएशिया के मारिन सिलिक को तीन घंटे 17 मिनट तक चले मुकाबले में 6-7, 4-6, 6-3, 7-6, 6-3 से मात दी।
फेडरर सेमीफाइनल में अब सातवें वरीय कनाडा के मिलोसा राओनिक से भिड़ेंगे। राओनिक ने तीसरे दौर में मौजूदा चैम्पिय सर्बिया के नोवाक जोकोविक को बाहर का रास्ता दिखाने वाले अमेरिका के सैम क्वेरी को 6-4, 7-5, 5-7, 6-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
पूर्व विश्व नंबर-1 खिलाड़ी फेडरर को पहले दो सेट में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अगले तीनों सेटों में उन्होंने शानदार वापसी की और सेट जीतते हुए मैच भी अपने नाम किया।
क्रोएशिया के खिलाड़ी ने फेडरर को कड़ी चुनौती दी, लेकिन फेडरर ने अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल किया और राओनिक को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया।
फेडरर ने आखिरी बार विंबलडन का खिताब 2012 में जीता था। वह इस साल एक भी ग्रैंड स्लैम खिताब नहीं जीत पाए हैं। पिछले दो बार से लगातार उन्हें फाइनल में हार झेलनी पड़ी है।
--आईएएनएस
Published 06 Jul 2016, 21:42 IST