दुनिया के पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी रॉजर फेडरर का करियर आखिरकार खत्म हो गया है। फेडरर ने लेवर कप में डबल्स मैच के रूप में आखिरी मुकाबला खेला लेकिन उन्हें हार के साथ विदाई मिली। टीम यूरोप में शामिल फेडरर ने राफेल नडाल के साथ जोड़ी बनाई थी।
इस जोड़ी को टीम वर्ल्ड में शामिल जैक सॉक और फ्रांसेस टियाफो की जोड़ी ने 4-6, 7-6, 11-9 से हराया। इसके साथ ही फेडरर का टेनिस रेकैट प्रोफेशनल दुनिया में हमेशा के लिए शांत हो गया।
लंदन के O2 एरीना में खेली जा रही लेवर कप प्रतियोगिता टेनिस की दुनिया में यूरोप के टॉप खिलाड़ियों और विश्व के बाकी देशों के टॉप खिलाड़ियों के बीच होने वाली प्रतियोगिता है जिसमें तीन दिन के अंदर 9 सिंगल्स और 3 डबल्स मैच खेले जाते हैं। फेडरर ने कुछ दिन पहले जब अपने संन्यास का ऐलान किया था तब यह घोषणा की थी कि वह लेवर कप के जरिए अपने करियर का अंत करेंगे। पहले फैंस को उम्मीद थी कि वह सिंगल्स मैच खेलेंगे, लेकिन 41 साल के फेडरर ने शारीरिक दिक्कतों के चलते डबल्स खेलने की ठानी।
फेडरर लेवर कप से दो दिन पहले इच्छा जता चुके थे कि वह नडाल के साथ जोड़ी बनाकर डबल्स मैच खेलना चाहते हैं। नडाल और फेडरर के बीच करीब 14 सालों तक टेनिस की दुनिया में वर्चस्व की जंग चलती रही। इन दोनों खिलाड़ियों ने टेनिस को नए आयाम तक पहुंचाया और इस वजह से फैंस भी इन दोनों की जोड़ी के साथ आने की मांग कर रहे थे।
हजारों दर्शकों की मौजूदगी में फेडरर नडाल के साथ कोर्ट पर उतरे। दोनों की जोड़ी ने अमेरिका के सॉक और टियाफो के खिलाफ पहला सेट 6-4 से जीता और फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दूसरा सेट टाईब्रेक तक खिंचा जबकि चौथे सेट के टाईब्रेक में विरोधी खिलाड़ी 11-9 के बड़े अंतर से जीते।
फेडरर ने मैच भले ही हारा, लेकिन एरीना में मौजूद दर्शकों ने जोरदार ताली से उनका धन्यवाद किया। फेडरर भी आखिरी मैच के बाद रो पड़े। साथी खिलाड़ियों में नडाल समेत सभी भावुक हुए और फेडरर को गोद में उछालकर उनका अभिवादन किया।