सेन्टर कोर्ट पर खेले गए मुकाबले में सातवीं वरीय राओनिक ने तीसरी वरीय फेडरर को 6-3, 6-7(3-7), 4-6, 7-5, 6-3 से शिकस्त दी। यह मुकाबला तीन घंटे 24 मिनट तक चला। राओनिक ने पहला सेट अपने नाम किया, लेकिन फेडरर ने जबरदस्त जोर लागते हुए अगले दो सेट जीत वापसी की। इसके बाद अगले दो सेटों में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार टेनिस से दर्शकों का मनोरंजन किया। फेडरर हार नहीं मानने वाले थे और पूरा जोर लगा रहे थे, वाबजूद इसके राओनिक ने फेडरर से चौथा सेट जीत 2-2 से बराबरी कर ली। पांचवें और निर्णायक सेट में फेडरर कुछ खास नहीं कर पाए और राओनिक ने 6-3 से यह सेट जीत पहली बार विंबलडन के फाइनल में प्रवेश किया। 17 ग्रैंड स्लैम हासिल करने वाले फेडरर को इस साल अपने पहले ग्रैंड स्लैम का इंतजार है। उन्होंने इस साल इससे पहले आस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा लिया था जिसमें वह सेमीफाइनल से बाहर हो गए थे। फ्रेंच ओपन में चोटिल होने के कारण उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। विंबलडन में उनका यह सपना अधूरा रह गया। 2012 से बाद यह दिग्गज खिलाड़ी एक भी ग्रैंड स्लैम हासिल नहीं कर पाया है। 2012 में उन्होंने विंबलडन पर ही कब्जा जमाया था। फेडरर को मात देने वाले राओनिक फाइनल में चेक गणराज्य के थॉमस बर्डिच और ब्रिटेन के एंडी मरे के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेंगे। --आईएएनएस