पूर्व विश्व नंबर 1 डबल्स खिलाड़ी टेनिस स्टार सानिया मिर्जा अगले महीने होने वाले दुबई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के बाद टेनिस से संन्यास ले लेंगी। भारतीय टेनिस को दुनियाभर में विशेष पहचान दिलाने वाली 36 साल की सानिया मिर्जा ने ट्विटर पर भावुक संदेश पोस्ट करते हुए बताया कि टेनिस के सबसे बड़े मंच ग्रैंड स्लैम में उन्होंने साल 2005 में पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के जरिए ही पदार्पण किया था और अब 18 सालों के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन के जरिए ही अपने ग्रैंड स्लैम करियर को खत्म करेंगी। इसके बाद फरवरी में दुबई ओपन खेलेंगी।
सानिया ने अपने संदेश में अपने माता-पिता, बहन, कोच, फिजियो, ट्रेनर और फैंस, सभी का शुक्रिया अदा किया। महज 6 साल की उम्र में टेनिस का रैकेट थामने वाली सानिया मिर्जा ने पिछले साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान ही ऐलान किया था कि साल 2022 उनका आखिरी सीजन होगा, लेकिन अगस्त में चोट लगने के कारण वह यूएस ओपन समेत कई बड़े टूर्नामेंट नहीं खेल पाईं, और यही कारण है कि अब वह अपने करियर विराम देना चाह रही हैं।
पिछले 20 सालों में अपने प्रोफेशनल करियर में मैंने जो कुछ भी पाया, उसपर मुझे गर्व है। सबसे बड़ी और अहम याद मेरे लिए हर वो पल रहेगा जब मेरी जीत और मेरी उपलब्धि के कारण मेरे देशवासियों और समर्थकों के चेहरे पर खुशी छलकी। जिंदगी चलती रहती है और यह अंत नहीं है। यह कई नई यादों को बनाने की नई शुरुआत है। अब मेरे बेटे को मेरी सबसे ज्यादा जरुरत है और अब एक शांत और कम चहल-पहल वाली जिंदगी जीना चाहती हूं।
सानिया मिर्जा ने महिला टेनिस में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया का नाम रोशन किया। 16 साल की उम्र में वह जूनियर विम्बल्डन डबल्स का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। इसके बाद यूएस ओपन के चौथे दौर में साल 2005 में पहुंच यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली दक्षिण एशियाई महिला खिलाड़ी बनीं।
डबल्स में सानिया ने महारत हासिल की और कुल 6 ग्रैंड स्लैम जीते। इनमें महिला डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन, विम्ब्लडन और यूएस ओपन जीता, तो वहीं मिक्स्ड डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन जीतने में कामयाब रहीं।