Wimbledon - मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में हारी सानिया-मेट की जोड़ी, भारतीय चुनौती समाप्त

सानिया मिर्जा और मेट पैविच को करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
सानिया मिर्जा और मेट पैविच को करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।

भारत की सानिया मिर्जा और क्रोएशिया के मेट पैविच की जोड़ी विम्बल्डन के मिक्स्ड डबल्स सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गई है। इसी के साथ टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई। सानिया-मेट की छठी सीड जोड़ी को गत विजेता और दूसरी वरीयता प्राप्त ब्रिटेन के नील स्कूप्स्की और अमेरिका की डिजायरी क्रॉचजिक की जोड़ी ने 4-6, 7-5, 6-4 से मात दी।

पहले सेट में स्कोर 2-2 से बराबर था जब सानिया-मेट की जोड़ी ने विरोधी जोड़ी की सर्विस तोड़ी और 3-2 से आगे हो गए और सेट 6-4 से अपने नाम कर लिया। दूसरे सेट में भी एक समय तक भारतीय-क्रोएशियाई जोड़ी काफी अच्छी स्थिति में थी और 4-2 से आगे थी। लेकिन दूसरी सीड नील-डियाजरी की जोड़ी ने दो बार सर्विस ब्रेक की और सेट 7-5 से जीता। चौथे सेट में भी दोनों जोड़ियों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली लेकिन आखिरकार सानिया-मेट को हार झेलनी पड़ी।

35 साल की सानिया का ये आखिरी विम्बल्डन था। इसी साल जनवरी में सानिया ने ऐलान किया था कि मौजूदा सीजन उनका आखिरी होगी। सानिया मिर्जा पहली बार विम्बल्डन के मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थीं। इससे पहले साल 2011, 2013 और 2015 में वो क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई थीं। सानिया ने यहां साल 2015 में मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर महिला डबल्स का खिताब अपने नाम किया था। सानिया अपने करियर में मिक्सड डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009), फ्रेंच ओपन (2012) और यूएस ओपन (2014) जीत चुकी हैं जबकि विम्बल्डन में ही वो मिक्स्ड डबल्स का खिताब नहीं जीत पाई हैं।

मिक्स्ड डबल्स के फाइनल में नील-डिजायरी का सामना मैथ्यू एब्डन और समांथा स्टोसुर की ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी से होगा। मैथ्यू अपने करियर में सिर्फ एक बार 2013 में ऑस्ट्रेलियन ओपन मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीत पाए हैं जबकि समांथा स्टोसुर पूर्व सिंगल्स यूएस ओपन चैंपियन हैं और दो बार विम्बल्डन मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीत चुकी हैं।