पूर्व विश्व नंबर 1 और साल 2019 की विम्बल्डन चैंपियन सिमोना हालेप इस बार भी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। 16वीं सीड रोमानिया की हालेप ने तीसरे क्वार्टरफाइनल में अमेरिका की 20वीं वरीय अमांडा अनिसिमोवा के खिलाफ बेहद आसानी से 6-2, 6-4 से जीत दर्ज की और तीसर बार महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया। साल 2019 के बाद 2021 में हालेप चोट के कारण विम्बल्डन का हिस्सा नहीं बन पाईं थीं। ऐसे में इस बार जिस अंदाज में हालेप ने अभी तक टूर्नामेंट खेला है, वो खिताब जीतने की प्रबल दावेदार हैं।
30 साल की हालेप ने 20 साल की अमांडा को एक घंटे में हराकर जीत दर्ज की। हालेप ने अपनी जीत में 3 एस लगाए और अमांडा के मुकाबले 3 ब्रेक प्वाइंट ज्यादा भी जीते। अमांडा ने मैच में कुल 28 अन्फोर्स्ड एरर किए जिसका खामियाजा मैच गंवाकर उन्हें भुगतना पड़ा। अमांडा का ये तीसरा विम्बल्डन था और वो पहली बार इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। वहीं हालेप अपने तीसरे ग्रैंड स्लैम की तरफ बढ़ रही हैं। हालेप ने साल 2018 में फ्रेंच ओपन भी जीता था।
हालेप का सामना सेमीफाइनल में कजाकिस्तान की ऐलेना रिबाकिना से होगा। रिबाकिना पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई हैं। विश्व नंबर 23 रिबाकिना ने चौथे और आखिरी क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की आय्ला टोम्ल्जानोविच के खिलाफ 4-6, 6-2, 6-3 से जीत दर्ज की। 17वीं सीड रिबाकिना ने 1 घंटे 51 मिनट तक चले मैच में 15 एस लगाए। इस मुकाबले में जीत के बाद रिबाकिना कजाकिस्तान के इतिहास में किसी भी मेजर के अंतिम 4 में जाने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं। रिबाकिना पिछले साल फ्रेंच ओपन के क्वार्टरफाइनल में पहुंची थीं।
23 साल की रिबाकिना इस बार की चारों सेमीफाइनलिस्ट में सबसे युवा हैं। खास बात ये है कि ये रिबाकिना का दूसरा विम्बल्डन है। पिछले साल वो यहां चौथे दौर तक पहुंचने में कामयाब रहीं थीं।