ये गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी जीत चुके हैं फ्रेंच ओपन का खिताब

ईगा स्वियातेक समेत कुल 8 खिलाड़ी गैर वरीय रहते हुए फ्रेंच ओपन सिंगल्स टाइटल जीत चुके हैं।
ईगा स्वियातेक समेत कुल 8 खिलाड़ी गैर वरीय रहते हुए फ्रेंच ओपन सिंगल्स टाइटल जीत चुके हैं।

साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन की सबसे बड़ी खासियत इसकी लाल बजरी है जो क्ले कोर्ट के रूप में अच्छे से अच्छे खिलाड़ियों को परेशान कर देती है। टेनिस इतिहास के कई बड़े खिलाड़ी हैं जो करियर में बाकी तीनों ग्रैंड स्लैम जीत गए लेकिन क्ले कोर्ट की धीमी गति के कारण फ्रेंच ओपन अपने नाम नहीं कर पाए। लेकिन ऐसे भी खिलाड़ी रहे हैं जो टूर्नामेंट में बिना वरीयता के प्रवेश कर भी चैंपियन बन गए। ये वो खिलाड़ी हैं जिन्हें टूर्नामेंट में भाग ले रहे टॉप 32 खिलाड़ियों में इनकी रैंकिंग या खेल के कारण नहीं रखा गया लेकिन फिर भी इन्होंने जीत हासिल की -

1) मार्ग्रेट स्क्रीवेन (ब्रिटेन) - 1933

स्क्रिवेन ने 2 बार फ्रेंच चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
स्क्रिवेन ने 2 बार फ्रेंच चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।

ओपन ऐरा से पहले के समय में मार्ग्रेट ब्रिटेन के लिए टेनिस खेल रहीं थीं। साल 1933 में फ्रेंच चैंपियनशिप के नाम से जानी जाने वाली प्रतियोगिता का महिला सिंगल्स खिताब जीतने वाली मार्ग्रेट पहली ब्रिटिश महिला बनीं। खास बात ये है कि उन दिनों देशों से दल चुनकर भेजे जाते थे, ऐसे में मार्ग्रेट को ब्रिटिश दल में शामिल नहीं किया गया था। इस कारण उन्होंने अपने दम पर पेरिस जाकर अपने नाम की एंट्री प्रतियोगिता में करवाई और बिना किसी वरीयता के खिताब जीत पाईँ।

2) मार्सेल बर्नार्ड (फ्रांस) - 1946

फ्रांस के रहने वाले बर्नान्ड साल डबल्स टेनिस में स्पेशलिस्ट माने जाते थे और साल 1946 में हर बार की तरह फ्रेंच ओपन के डबल्स में खेलने गए। लेकिन इस बार उनके कई साथियों ने उन्हें मनाया कि वो सिंगल्स में भी उतरें। इस कारण बर्नार्ड ने काफी कम समय में सिंगल्स में जाने की तैयारी की और उन्हें कोई वरीयता नहीं मिली। लेकिन वो पुरुष सिंगल्स का खिताब जीतने में कामयाब रहे।मार्सेल साल 1935 और 1936 में इस प्रतियोगिता का मिक्स्ड डबल्स टाइटल जीते और 1936 में ही पुरुष डबल्स भी जीता। मार्सेल आगे चलकर फ्रांस की टेनिस असोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे। मार्सेल के योगदान को देखते हुए फ्रेंच ओपन में मिक्स्ड डबल्स प्रतियोगिता को आधिकारिक रूप से Coupe Marcel Bernard भी कहा जाता है।

3) मैट्स विलेंडर (स्वीडन) - 1982

विलेंडर अपने करियर में सिर्फ विम्बल्डन ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाए।
विलेंडर अपने करियर में सिर्फ विम्बल्डन ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाए।

विलेंडर पूर्व विश्व नंबर 1 खिलाडी रहे विलेंडर ने साल 1980 में प्रोफेशनल टेनिस करियर की शुरुआत की। साल 1982 में बतौर गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी विलेंडर ने फ्रेंच ओपन में प्रवेश किया और चौथे दौर में दूसरी सीड ईवान लिंडेल को हराकर सभी को चौंका दिया। इसके बाद क्वार्टरफाइनल में विलेंडर ने पांचवी सीड वितास गेरुलाइतिस को मात दी तो सेमीफाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त होसे लुई क्लेर्क को हराया। उस समय महज 17 साल के विलेंडर ने फाइनल में तीसरी सीड गुएर्मो विलास को पौने पांच घंटे चले मैच में जीत दर्ज कर तत्कालीन समय में सबसे युवा ग्रैंड स्लैम विजेता होने का गौरव हासिल किया। विलेंडर ने अपने करियर में 3 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 3 फ्रेंच ओपन और 1 यूएस ओपन जीता, लेकिन कभी विम्बल्डन में क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाए।

4) गुस्तावो कुएर्तन (ब्राजील) - 1997

कुएर्तन इकलौते दक्षिण अमेरिकी खिलाड़ी हैं जो साल के अंत में रैंकिंग में नंबर 1 रहे
कुएर्तन इकलौते दक्षिण अमेरिकी खिलाड़ी हैं जो साल के अंत में रैंकिंग में नंबर 1 रहे

साल 1997 में गुस्तावो ने बतौर गैर वरीय खिलाड़ी फ्रेंच ओपन का खिताब जीता। 21 साल के गुस्तावो के लिए ये जीत काफी बड़ी थी और इस एक खिताब से उनकी एटीपी रैंकिंग 66 से सीधे 15 हो गई। गुस्तावो ने इसके बाद साल 2000 और 2001 में भी फ्रेंच ओपन पुरुष सिंगल्स का खिताब जीता लेकिन कोई और ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाए। वो विश्व नंबर 1 भी बने और ब्राजील के इतिहास के सबसे सफल टेनिस खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं।

5) गैस्टन गोडियो (अर्जेंटीना) - 2004

2004 फ्रेंच ओपन गैस्टन के करियर का इकलौता ग्रैंड स्लैम खिताब है।
2004 फ्रेंच ओपन गैस्टन के करियर का इकलौता ग्रैंड स्लैम खिताब है।

साल 2004 में फ्रेंच ओपन में एंट्री लेते समय गोडियो की रैंकिंग 44 थी और उन्हें कोई वरीयता नहीं दी गई थी। पहले और दूसरे राउंड में 5-5 सेट के मैच खेलकर जीतने के बाद गोडियो ने फाइनल में पहुंचने तक सिर्फ 1 सेट गंवाया। फाइनल में गोडियो ने हमवतन और तीसरी सीड गुएर्मो कोरियो को पांच सेट तक चले मैच में दो सेट से पिछड़ने के बाद मात दी। गोडियो ने मैच 0-6, 3-6, 6-4, 6-1, 8-6 से जीता और ओपन ऐरा में किसी ग्रैंड स्लैम फाइनल को पहला सेट 0-6 से हारने के बाद जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने।

6) येलेना ओस्टापेंको (लात्विया) - 2017

येलेना टेनिस ग्रैंड स्लैम जीतने वाली इकलौती लात्वियाई खिलाड़ी हैं।
येलेना टेनिस ग्रैंड स्लैम जीतने वाली इकलौती लात्वियाई खिलाड़ी हैं।

साल 2017 में ओस्तेपांको बतौर विश्व नंबर 47 और गैर वरीय खिलाड़ी फ्रेंच ओपन में उतरीं। फ्रेंच ओपन जीतने वाली ओस्टापेंको पहली लात्वियाई खिलाड़ी बनीं। यही नहीं, ब्राजील के गुस्तावो कुएर्तन के बाद वो पहली ऐसी टेनिस खिलाड़ी बनीं जिनके करियर का पहला खिताब कोई ग्रैंड स्लैम रहा हो। बेहद दिलचस्प बात ये है कि साल 1997 में जिस दिन गुस्तावो ने फ्रेंच ओपन जीता था, उसी दिन यानी 8 जून 1997 को ओस्तपांको का जन्म हुआ था।

7) ईगा स्वियातेक (पोलैंड) - 2020

कोविड के कारण सितंबर 2020 में खेले गए फ्रेंच ओपन में भाग लेते समय ईगा विश्व नंबर 54 थीं। ईगा ने पहले दौर में 2019 की उपविजेता मार्केता वोंद्रुसोवा को हराया और चौथे दौर में पूर्व चैंपियन सिमोना हालेप को मात दी। फाइनल में ईगा ने विश्व नंबर 6 सोफिया केनिन को हराया और ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली पोलिश खिलाड़ी बनीं। इतना ही नहीं, ईगा साल 2005 में राफेल नडाल के बाद फ्रेंच ओपन जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी भी बनीं।

8) बारबोरा क्रेजिकोवा (चेक रिपब्लिक) - 2021

बारबोरा ने 2021 में महिला सिंगल्स और डबल्स, दोनों खिताब जीते।
बारबोरा ने 2021 में महिला सिंगल्स और डबल्स, दोनों खिताब जीते।

गैर वरीय क्रेजिकोवा ने 2021 के फ्रेंच ओपन में पहले दौर में हमवतन प्लिसकोवा को मात दी। दूसरे दौर में 32वीं सीड एलेग्जेंड्रोवा को हराते हुए सफर तय किया। क्वार्टरफाइनल में क्रेजिकोवा ने 2018 की उपविजेता स्लोन स्टीफन्स को हराया और पहले ग्रैंड स्लैम क्वार्टरफाइनल में पहुंची। फाइनल में क्रेजिकोवा ने रूस की अनास्तासिया पावल्यूचेनकोवा को हराकर खिताब जीता। साल 1981 के बाद चेक रिपब्लिक की ओर से फ्रेंच ओपन जीतने वाली क्रेजिकोवा पहली महिला बनीं।क्रेजिकोवा ने सिंगल्स के साथ ही पिछले साल महिला डबल्स का खिताब भी जीता।