विम्बल्डन के रूप में साल का तीसरा ग्रैंड स्लैम जल्द ही शुरु होने वाला है। महिला सिंगल्स में जहां साल 2017 से लगातार चार नई खिलाड़ियों ने इस खिताब को जीता है तो पुरुष सिंगल्स में कहानी एकदम अलग है। टेनिस की दुनिया के Big 4 कहे जाने वाले रॉजर फेडरर, राफेल नडाल, एंडी मरे और नोवाक जोकोविच के बीच पिछले 19 सालों से विम्बल्डन पुरुष सिंगल्स की ट्रॉफी घूम रही है। मतलब, साल 2003 से पुरुष सिंगल्स ईवेंट का विजेता इन चारों में से ही कोई एक खिलाड़ी रहा है और कोई भी नया पुरुष सिंगल्स खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम को नहीं जीत पाया है।
साल 2003 से लेकर 2007 तक स्विट्जरलैंड के रॉजर फेडरर ने लगातार 5 बार इस खिताब को जीता। 2008 में स्पेन के राफेल नडाल चैंपियन बने तो 2009 में फेडरर फिर जीते। 2010 में नडाल ने दूसरी बार विम्बल्डन का खिताब जीता। साल 2011 में पूर्व विश्व नंबर 1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने विम्बल्डन की ट्रॉफी पाई, 2012 में फेडरर ने सातवीं बार खिताब पर कब्जा किया। साल 2013 में ब्रिटेन के एंडी मरे ने विम्बल्डन का खिताब जीता, जबकि 2014 और 2015 में जोकोविच ने जीत दर्ज की।
साल 2016 में एंडी मरे ने दूसरी बार ये टाइटल अपने नाम किया, 2017 में फेडरर ने रिकॉर्ड आठवीं बार विम्बल्डन का खिताब जीता। इसके बाद से 2018, 2019 मे जोकोविच यहां विजयी रहे। साल 2020 में कोविड के कारण प्रतियोगिता नहीं हुई जबकि पिछले साल जोकोविच ने इस खिताब को फिर जीता। पिछले 19 सालों में साल 2020 में आयोजन नहीं हुआ जिसका मतलब है कि पिछले 18 मौकों में हर बार इन चारों में से कोई एक खिलाड़ी इस ट्रॉफी को घर ले गया है। इतना ही नहीं बिग 4 का दबदबा इतना ज्यादा है कि 18 बार में से 9 बार उपविजेता भी इन चारों में से ही कोई रहा।
फेडरर ने पुरुष सिंग्लस का खिताब 8 बार जीता है जबकि जोकोविच ने 6 बार इसे अपने नाम किया है। साल 2022 के विम्बल्डन में इस बार बिग 4 में से राफेल नडाल का खेलना तय है जबकि जोकोविच का नाम भी तय ही माना जा रहा है। एंडी मरे भी विम्बल्डन खेलते नजर आएंगे। चोट से रिकवर कर रहे ग्रास कोर्ट के बादशाह फेडरर फिलहाल कोर्ट पर वापस नहीं आएंगे। ऐसे में जोकोविच, नडाल और मरे फैंस के फेवरेट हैं लेकिन टेनिस प्रेमी किसी नए खिलाड़ी को भी विम्बलडन का विजेता बनना देखना पसंद कर सकते हैं।